घर में कर रहे हैं शिवलिंग की स्थापना, तो भूलकर भी न करें ऐसा वरना...
punjabkesari.in Friday, Aug 05, 2022 - 01:14 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
इन दिनों सावन का पवित्र मास चल रहा है। बता दें कि ये मास माता पार्वती और भोलेनाथ की पूजा अर्चना के लिए काफी उत्तम माना जाता है। तो वहीं भगवान शिव पूजा में शिवलिंग पूजन को बहुत महत्व दिया गया है। ये भगवान शिव का निराकार स्वरूप है। शिव के इस निराकार स्वरूप का न प्रारंभ है और न ही कोई अंत। इसे शक्ति का भंडार कहा जाता है। इसलिए शास्त्रों में शिवलिंग की पूजा को अधिक कल्याणकारी और मोक्षदायी बताया गया है। तो ऐसे में सावन के महीने में कुछ लोग शिवलिंग की पूजा मंदिर में जाकर करते हैं, वहीं कुछ लोग घर में ही शिवलिंग स्थापित करके उसका पूजन करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में शिवलिंग स्थापित करने के भी के कुछ नियम बताए गए है। जिनका पालन न करने से न तो पूजा का पूरा फल मिलता है। साथ ही भोलेनाथ के रूद्र रूप का भी सामना करना पड़ता है। तो आइए जानते हैं घर में शिवलिंग स्थापित करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
शिवलिंग का आकार कितना होना चाहिए-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर घर में शिवलिंग स्थापित करना है तो उसका आकार अंगूठे के साइज के बराबर होना चाहिए। यानि कि घर में शिवलिंग स्थापित करने के लिए उसका आकार छोटा ही होना चाहिए। घर पर शिवलिंग के लिए 4 या 5 इंच का आकार पर्याप्त माना जाता है। इससे बड़े आकार का शिवलिंग रखने के लिए उसकी प्राण प्रतिष्ठा कराना जरूरी होता है। यदि आप बड़े आकार की शिवलिंग घर में रखना चाहते हैं, तो आपको घर के किसी हिस्से में एक मंदिर बनवाना होगा और वहां पर शिवलिंग स्थापित करें।
तो वही शिवलिंग की स्थापना कभी भी बंद जगह पर न करें जैसे कमरे के अंदर अगर मंदिर है। तो वहां शिवलिंग स्थापित न करें कहीं खुली जगह में ही शिवलिंग स्थापित करना चाहिए। अगर मंदिर किसी खुली जगह कमरे से बाहर बना हुआ है तो आप मंदिर में शिवलिंग की स्थापना कर सकते हैं। वहीं ऐसी भी मान्यता है कि शिवलिंग पर हर समय ऊर्जा का संचार होता रहता है। इसलिए उस ऊर्जा को शांत करने के लिए शिवलिंग के ऊपर एक मटका होना जरूरी है, ताकि निरंतर जलधारा प्रवाहित होती रहे।
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इसके अलावा ज्योतिष शास्त्र के अनुसार घर में शिवलिंग स्थापित करने के लिए दिशा का भी खास ध्यान रखना चाहिए। तो ऐसे में आपको बता दें कि शिवलिंग की जलधारा की दिशा उत्तर की ओर होना शुभ माना गया है। शास्त्रों के मुताबिक शिवलिंग जहां भी स्थापित हो पूर्व दिशा की ओर मुख करके ही बैठे। शिवलिंग की पूजा कभी भी दक्षिण दिशा में बैठकर नहीं होती है।
इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि शिवलिंग के साथ नंदी की स्थापना करना न भूलें। और घर में जिस जगह पर शिवलिंग हों, उनके पास पूरा शिव परिवार माता गौरी, गणपति और कार्तिकेय जी जरूर रखें।
शिवलिंग के साथ नंदी की स्थापना करना न भूलें। इससे शिवलिंग की पूजा का महत्व कहीं ज्यादा बढ़ जाता है।
घर पर स्थापित किए गए शिवलिंग को हमेशा जल के पात्र में रखें। इस बात का खास ध्यान रखें कि जल कभी सूखने न पाएं।
अगर आप घर में शिवलिंग की स्थापना करते हैं, तो इसकी पूजा नियमित रूप से करनी चाहिए।
साथ ही अभिषेक भी जरूर करें। ऐसा करने से विशेष रूप से शुभ फलों की प्राप्ति होती है और सभी संकट दूर हो जाते हैं। अगर आप भी घर में शिवलिंग स्थापित कर रहे हैं तो इन नियमों को ध्यान में जरूर रखें।