Paush Maas: जीवन में पुण्य और आशीर्वाद की वर्षा चाहते हैं तो 1 महीने तक न करें ये काम
punjabkesari.in Monday, Dec 16, 2024 - 07:10 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Paush Mass 2024: पौष माह हिन्दू धर्म में एक पवित्र और विशेष माह माना जाता है, जिसमें धार्मिक क्रियाएं और तप का अत्यधिक महत्व है। इस माह में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि पुण्य की प्राप्ति हो सके और धार्मिक रूप से शुद्धता बनी रहे। शास्त्रों के अनुसार, पौष माह में कुछ चीजें नहीं करनी चाहिए, ताकि जीवन में संतुलन और शांति बनी रहे।
Don't do these things in the month of Paush पौष माह में क्या नहीं करना चाहिए:
अत्यधिक तले-भुने खाद्य पदार्थों का सेवन: पौष माह में ठंडा मौसम होता है लेकिन इस मौसम में तले-भुने और भारी भोजन से बचना चाहिए। यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और शरीर में अपच पैदा कर सकता है। इस समय सात्विक आहार (सादा और पौष्टिक आहार) का सेवन करना चाहिए।
अत्यधिक सोना: पौष माह में दिन छोटे होते हैं और राते लंबी होती हैं लेकिन इस समय में अधिक सोने से बचना चाहिए। अत्यधिक निद्रा या आलस्य से मानसिक और शारीरिक सक्रियता कम हो सकती है, जिससे धार्मिक कार्यों और साधना में विघ्न आ सकता है। इस माह में साधना और पूजा के समय को प्राथमिकता दें।
झगड़ा और विवाद: इस माह में मानसिक शांति और साधना पर विशेष ध्यान देना चाहिए इसलिए झगड़े और विवाद से बचना चाहिए। यदि परिवार या समाज में कोई विवाद हो, तो उसे शांतिपूर्वक सुलझाने का प्रयास करें। यह माह मानसिक संतुलन और शांति बनाए रखने का है।
मांसाहारी भोजन का सेवन: पौष माह में विशेष रूप से मांसाहारी भोजन से बचना चाहिए क्योंकि यह माह सात्विकता और धार्मिक शुद्धता का समय होता है। शास्त्रों के अनुसार, इस माह में मांसाहार से बचने और व्रत रखने की सलाह दी जाती है।
व्यर्थ की दुनिया से दूर रहना: इस माह में अपनी धार्मिक साधना और पूजा में लीन रहना चाहिए। नकारात्मक सोच या व्यर्थ की दुनिया में खो जाना जैसे अधिक टीवी देखना या व्यर्थ के विचारों में उलझना, यह सब धार्मिक रूप से लाभकारी नहीं है।
दूसरों को दुख पहुंचाना: इस माह में किसी को भी मानसिक या शारीरिक दुख पहुंचाना, चाहे वह जान-बूझकर हो या अनजाने में, यह उचित नहीं है। पौष माह के दौरान यह महत्वपूर्ण है कि आप दूसरों के प्रति सहानुभूति और दया भाव रखें।
अत्यधिक खर्च करना और कर्ज लेना: पौष माह में आर्थिक मामलों में विशेष सावधानी रखनी चाहिए। अत्यधिक खर्च और कर्ज लेना इस माह में नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस समय, अपनी आर्थिक स्थिति का सही प्रबंधन करना और संयम रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
निंदनीय कार्यों से बचना: पौष माह में निंदनीय या अशुभ कार्यों से बचना चाहिए। यह समय आत्मनिर्भरता, साधना और धार्मिक कर्मों के लिए है। किसी भी प्रकार के बुरे काम से बचें जैसे चोरी, झूठ बोलना और धोखा देना आदि।
निष्कर्ष: पौष माह में शास्त्रों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करना व्यक्ति की शांति और सुख-समृद्धि का कारण बनता है। इस माह में संयमित जीवन जीने, सात्विक आहार ग्रहण करने और अपनी आत्मा की शुद्धि के लिए अधिक ध्यान और साधना करने की आवश्यकता है। इस माह में किए गए धार्मिक कर्म व्यक्ति के जीवन में पुण्य और आशीर्वाद की वर्षा करते हैं।