Kalashtami: कालाष्टमी पर बनेंगे 5 शुभ योग, शत्रु बनेंगे मित्र बस करना होगा ये काम

punjabkesari.in Saturday, Apr 19, 2025 - 03:04 PM (IST)

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Kalashtami 2025 April Date: हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस रोज भगवान शिव के रुद्रावतार बाबा भैरव की पूजा की जाती है। कालाष्टमी व्रत अथवा काल भैरव की पूजा करने से हर तरह के भय से मुक्ति मिलती है। यहां तक की शत्रुओं पर बिना किसी हथियार के विजय प्राप्त की जी सकती है। 20 अप्रैल रविवार को आने वाली कालाष्टमी पर 5 शुभ योग बनने वाले हैं। सर्वार्थ सिद्धि योग और सिद्ध योग मन की सभी इच्छाओं को पूरा करने वाला है। इस दौरान जो भी काम किए जाते हैं, उसमें मन की सभी ख्वाहिशें पूरी होती हैं।

 

Kalashtami: जानें, किस शुभ मुहूर्त में मनाई जाएगी कालाष्टमी, इस विधि से करें पूजा
 

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शास्त्रानुसार संकटों, आपदाओं और समस्त प्रकार की समस्याओं से मुक्ति पाने के लिए भैरव साधना का बहुत महत्व है। तंत्रसार अनुसार भगवान शंकर के अवतारों में भैरवनाथ विशिष्ट महत्व रखते हैं। नाथ संप्रदाय की तांत्रिक पद्धति में भैरव बाबा को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है। रविवार पर कालाष्टमी के दिन भैरव मंत्र के प्रयोग से व्यापार-व्यवसाय, जीवन में आने वाली कठिनाइयां, शत्रु पक्ष से आने वाली परेशानियां, विघ्न, बाधाएं, कोर्ट-कचहरी आदि मुकदमे में जीत प्राप्त की जा सकती है । 

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April Kalashtami Vrat 2025 Muhurta अप्रैल कालाष्टमी व्रत 2025 मुहूर्त
भैरव जी की पूजा का मुहूर्त 20 अप्रैल की रात 11 बजकर 58 मिनट से देर रात 12 बजकर 42 मिनट तक रहने वाला है। काल भैरव की पूजा और मंत्र जाप निशिता मुहूर्त में किए जाते हैं। तंत्रों और मंत्रों की सिद्धि के लिए निशिता मुहूर्त बहुत शुभ रहता है। इस वक्त सिद्ध योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बना रहेगा।

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भैरव बाण अथवा काल भैरव अष्टकशरी स्तोत्र का पाठ करें। यह विशेष रूप से भगवान भैरव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है।

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Content Writer

Niyati Bhandari

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