Paush Amavasya 2025: साल 2025 की अंतिम अमावस्या, शनि–पितृ दोष से मुक्ति का सर्वोत्तम दिन
punjabkesari.in Tuesday, Dec 16, 2025 - 09:14 AM (IST)
Paush Amavasya 2025 Date & Significance: पौष मास की अमावस्या को हिंदू पंचांग में अत्यंत पवित्र माना गया है। इस वर्ष पौष अमावस्या 19 दिसंबर 2025, शुक्रवार के दिन पड़ रही है। धार्मिक मान्यता है कि यह अमावस्या न केवल साल की अंतिम अमावस्या होती है, बल्कि पितृ तर्पण, स्नान–दान और शनि दोष निवारण के लिए सबसे श्रेष्ठ दिन है।

Paush Amavasya 2025: कब है पौष अमावस्या?
तिथि शुरू: 19 दिसंबर 2025
विशेषता: साल की आखिरी अमावस्या और पितृदोष निवारण दिवस
इस दिन पवित्र नदी, कुंड या जलाशय में स्नान करना अत्यंत शुभ माना गया है। यदि नदी स्नान संभव न हो, तो घर पर गंगाजल मिलाकर स्नान करना पूर्ण फल देता है।
Paush Amavasya का महत्व (Paush Amavasya Mahatva)
शास्त्रों के अनुसार पौष मास स्वयं देवताओं का प्रिय माह माना गया है। इस दिन किए गए दान-पुण्य का फल कई गुना बढ़ जाता है।

पौष अमावस्या के महत्वपूर्ण धार्मिक लाभ:
पितृ शांति और तृप्ति
संतानहीन योग का शमन
शनि की अशुभ दृष्टि कम होना
स्वास्थ्य, धन और सुख की वृद्धि
कालसर्प दोष में राहत
मान्यता है कि इस दिन उपवास, तर्पण, पिंडदान और अन्न–तिल दान से पितरों के साथ-साथ देवगण, ऋषि और सभी सूक्ष्म जीव प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते हैं।
Paush Amavasya 2025: शनि–पितृ दोष से मुक्ति के उपाय
पौष अमावस्या विशेष रूप से शनि दोष, पितृ दोष, और कालसर्प दोष निवारण के लिए श्रेष्ठ मानी गई है।
पितृ तर्पण और पिंडदान
तिल, दूध, जल और कुश से तर्पण करें।
पितरों के नाम से भोजन, वस्त्र और अन्न का दान करें।
ऐसा करने से पितृदोष कम होता है और परिवार में सुख–समृद्धि बढ़ती है।
शनि दोष निवारण उपाय
पीपल के पेड़ की जड़ में जल चढ़ाएं।
शाम के समय पीपल को दीपक जलाएं।
काला तिल, कंबल, जूते या लोहे का दान शनि शांत करता है।
ग्रहों के बुरे प्रभाव से राहत
इस दिन गरीबों को कंबल, ऊनी कपड़े व भोजन अवश्य दान करें।
खिचड़ी भंडारा या अन्नदान करने से ग्रहों का प्रकोप काफी हद तक कम होता है।
“ॐ नमः शिवाय” या “ॐ पितृदेवाय नमः” का जाप शुभफल देता है।
Paush Amavasya 2025 के शुभ कार्य
स्नान–दान, पितृ तर्पण और पीपल पूजन
शनि उपाय
भूल-चूक क्षमा प्रार्थना, देवी-देवताओं का पूजन, धार्मिक मान्यता है कि पौष अमावस्या पर किए गए उपाय पूरे वर्ष शुभ फल देते हैं और कई तरह के दोष समाप्त हो जाते हैं।

