Motivational Concept: ''ईश्वर'' की सेवा ही सब कुछ

punjabkesari.in Thursday, Sep 23, 2021 - 07:45 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
ब्रिटिश शिक्षाविद् चाल्र्स बूथ सेवानिवृत्त होने के बाद धर्म के प्रचार-प्रसार में जोर-शोर से जुट गए।एक दिन  रास्ते में उन्हें लोगों के चोर-चोर चिल्लाने की आवाज सुनाई पड़ी। उन्होंने देखा कि लोग 14-15 वर्ष के एक लड़के के पीछे दौड़ रहे हैं। लोगों ने उसे पकड़ लिया और उसकी पिटाई करने लगे।

चाल्र्स ने बीच-बचाव किया और उसे लोगों से छुड़वाया। उन्होंने उससे पूछा कि क्या वास्तव में तुमने चोरी की। यह सुनकर लड़का रोने लगा और बोला, ‘‘मैं अनाथ हूं। न ही मेरे रहने का ठिकाना है और न ही खाने-पीने के लिए मेरे पास कुछ है। मैं कई दिनों से भूखा था, जब भूख मुझसे बर्दाश्त नहीं हुई तो मैंने हि मत करके एक होटल से दो रोटियां चुरा लीं पर मैं कामचोर नहीं हूं और आप से वायदा करता हूं कि आगे से कभी चोरी नहीं करूंगा।’’

उसकी बात सुन कर चाल्र्स दुखी हो गए। वह उसे अपने साथ ले गए और उसे एक स्थान पर भोजन कराया। फिर उन्होंने उस लड़के को देखकर सोचा कि धर्म प्रचार से ज्यादा महत्वपूर्ण कार्य तो अनाथ बच्चों को आत्मनिर्भर बनाना है और यह भी तो एक तरह से ईश्वर की सेवा ही है। बस यह सोच कर वह उसी समय से अनाथों के लिए आजीविका की व्यवस्था करने में जुट गए। 


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Content Writer

Jyoti

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