श्रीकृष्ण ने दिया है उत्सव गढ़ने का सूत्र: माता अमृतानंदमयी
punjabkesari.in Friday, Aug 19, 2022 - 09:21 AM (IST)

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नई दिल्ली (नवोदय टाइम्स): श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के महापर्व पर आध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंद मयी ने कहा कि श्रीकृष्ण का नाम सुनते ही लोगों के हृदय में प्रसन्नता का प्रसार होता है और लोग उत्साह से भर जाते हैं। श्रीकृष्ण ही वो महामानव थे जिन्होंने लोगों को दुनिया की किसी भी परिस्थिति को उत्सव में बदलाना सिखाया। हम सभी को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम सदैव उनके दिखाये गये मार्गों पर चलें।
जीवन एक ऐसा मैदान है जहां हमारे भूतकाल और भविष्य में लगातार संघर्ष चलता रहता है। हमें सफलता और असफलता दोनों ही परिस्थितियों के दौरान सम्यक भाव रखना चाहिए। अगर हम इस आदत को अपना लेंगे तो हम सुख-दुख से कभी भी प्रभावित नहीं होंगे। ऐसे में हमारे जीवन को एक उत्सव में परिवर्तित होने से कोई नहीं रोक सकता है।
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श्रीकृष्ण भगवान के जीवन से हमें सबसे बड़ी सीख यही मिलती है। श्रीकृष्ण ने जिंदगी के सभी पहलुओं को हंसते हुए स्वीकार किया और जीवन को संपूर्णता के साथ जिया। उन्होंने हमेशा कहा है कि भावनाओं को अपने भीतर ही दबाकर नहीं रखना चाहिए। सदैव अपनी ऊर्जा को केंद्रित कर अपने विचारों व अपनी भावनाओं को अपने निजी जीवन और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।
भगवान श्रीकृष्ण की निश्छल हंसी हमारे लिए एक बड़ी प्रेरणा बने, अम्मा यही आशा करती हैं। परमात्मा की कृपा सभी पर सदैव बनी रहे।