Best sleeping direction as per Vastu: बिस्तर की स्थिति और सोने की पोजीशन Lifestyle पर डालती है गहरा प्रभाव
punjabkesari.in Friday, May 16, 2025 - 03:16 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Best sleeping direction as per Vastu: नकारात्मक ऊर्जाओं और सोने की दिशा के कारण अधिकांश गृहस्वामियों ने मन की शांति खो दी है, जो मन की शांति खोने का एक महत्वपूर्ण कारक है। लोगों के सोने की पोजीशन बहुत महत्वपूर्ण होती है क्योंकि इसी पोजीशन में हम अपने 8-10 घंटे बिताते हैं। हमारा बिस्तर ऊर्जा से घिरा हुआ है और यदि कोई व्यक्ति गलत दिशा में सोता है तो उसे स्वास्थ्य और मन की शांति को प्रभावित करने वाले अवांछित परिणामों का सामना करना पड़ता है। मन की बेहतर शांति प्राप्त करने के लिए हमारे सोने के बिस्तर की स्थिति प्राथमिक चिंता है क्योंकि यह स्थान हमें शक्ति प्रदान करता है और हमारी निर्णय लेने की ताकत को बढ़ाता है।
हम आमतौर पर अपने बिस्तर पर अधिक से अधिक समय बिताते हैं और यदि यह स्थान अनुकूल नहीं है तो यह सर्वांगीण शांति और स्वास्थ्य को प्रभावित करेगा। मन की शांति के लिए वास्तु में इसलिए शांति और निर्णय की शक्ति वापस पाने के लिए अपनी सोने की स्थिति की जांच करने की सलाह दी जाती है।
पूर्व दिशा उगते सूर्य की दिशा होती है। इसे ध्यान और अन्य आध्यात्मिक गतिविधियों के लिए भी अच्छा माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति पूर्व की ओर सिर करके और पश्चिम की ओर पैर करके सोता है तो उसे सबसे अच्छी नींद आती है। शारीरिक कष्टों से मुक्ति मिलती है। सोने के लिए पूर्व दिशा सबसे अच्छी दिशा है क्योंकि इससे याददाश्त और एकाग्रता में सुधार होता है। जो लोग इस निर्धारित दिशा में सोते हैं, उन्हें याददाश्त तेज करने में मदद मिलती है।
वास्तु की मानें तो जो विद्यार्थी प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा ले रहे हैं या पढ़ाई में आगे बढ़ना चाहते हैं, उन्हें इसी दिशा की ओर सिर और पैर करके सोना चाहिए, जिससे उन्हें नींद में कोई बाधा न हो और उनकी एकाग्रता बढ़े।
दक्षिण दिशा में सिर रख कर सोने से व्यक्ति को स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। वहीं इस दिशा में पैर करके सोने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इतना ही नहीं इस दिशा में पैर करके सोने से धन हानि, मृत्यु और रोग का भय रहता है इसलिए उत्तर दिशा में भूलकर भी सिर रख कर नहीं सोना चाहिए। सोते समय ध्यान रहे कि आपका सिर पूर्व या दक्षिण दिशा में हो तथा पैर उत्तर या पश्चिम दिशा में हों।
वैज्ञानिकों के अनुसार दो धनात्मक प्रवाह या दो ऋणात्मक प्रवाह जब आपस में मिलते हैं तो यह एक-दूसरे से दूर भागते हैं। यदि आप दक्षिण में पैर करके सोते हैं तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक सिद्ध होता है। दरअसल सौरमंडल की चुम्बकीय तरंगे, दक्षिण से उत्तर दिशा में चलती हैं। जब हम उत्तर दिशा में सिर करके सोते हैं तो ये तरंगे सिर से होते हुए पैरों की तरफ गुजर जाती हैं।