Baisakhi 2025: बैसाखी पर जरूर करें ये 5 काम, खुल जाएंगे भाग्य के द्वार
punjabkesari.in Sunday, Apr 13, 2025 - 06:42 AM (IST)

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Baisakhi 2025: भारत एक त्योहारों का देश है और हर त्योहार अपने साथ परंपरा, श्रद्धा और सकारात्मक ऊर्जा लेकर आता है। उन्हीं में से एक प्रमुख पर्व है बैसाखी, जिसे विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा, उत्तर भारत और सिख समुदाय में बड़ी श्रद्धा से मनाया जाता है। यह पर्व हर वर्ष 13 अप्रैल को मनाया जाता है और यह फसल कटाई का प्रतीक है। बैसाखी 2025 को और भी विशेष बना सकते हैं यदि इस दिन कुछ खास उपायों और कार्यों को किया जाए। शास्त्रों और परंपराओं के अनुसार, बैसाखी पर किए गए कुछ कार्य न केवल शुभ फल देते हैं बल्कि जीवन के भाग्यचक्र को भी घुमा सकते हैं। इस लेख में हम जानेंगे वे 5 खास काम जो आपको बैसाखी 2025 पर जरूर करने चाहिए।
सुबह सूर्योदय से पहले स्नान और सूर्य अर्घ्य देना
बैसाखी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना विशेष पुण्यदायी माना गया है। शास्त्रों में बताया गया है कि बैसाख माह के प्रारंभ में किया गया स्नान और दान हजार गुना फल देता है। स्नान के बाद तांबे के लोटे में जल, लाल फूल, चावल और थोड़ा गुड़ डालकर सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है और नौकरी और करियर में अड़चनों से मुक्ति मिलती है।
ॐ घृणि सूर्याय नमः का 11 बार जप करते हुए अर्घ्य दें।
गुरु और माता-पिता का आशीर्वाद लें
बैसाखी केवल एक कृषि उत्सव ही नहीं बल्कि खालसा पंथ की स्थापना का दिन भी है। यह दिन गुरु भक्ति और सम्मान का भी प्रतीक है। इस दिन अपने गुरु, बड़े-बुजुर्गों और माता-पिता का आशीर्वाद अवश्य लें। ऐसा करने से जीवन में संतुलन और सुख-शांति आती है। गुरु की कृपा से ज्ञान और विवेक की प्राप्ति होती है।
दान, सेवा और जल सेवा करना
बैसाखी के दिन किया गया दान अत्यंत पुण्यदायी माना गया है। विशेष रूप से इस दिन जल से जुड़ा दान जैसे घड़ा, जलपात्र, छाछ, गुड़, शर्बत, फल आदि का दान करने से अत्यधिक पुण्य फल की प्राप्ति होती है। गर्मियों के इस आरंभिक समय में प्यासे राहगीरों के लिए पानी की व्यवस्था करना, पक्षियों के लिए पानी के बर्तन रखना और जरूरतमंदों को ठंडी वस्तुएं बांटना बहुत बड़ा सेवा कार्य माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार जलदान करने से सूर्य और शनि की कृपा प्राप्त होती है, जिससे आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं और शांति का मार्ग प्रशस्त होता है।
सकारात्मक संकल्प और मंत्र जाप करना
बैसाखी एक नई शुरुआत का प्रतीक है। यह दिन संकल्प और मानसिक शुद्धता के लिए अत्यंत उपयुक्त है। इस दिन आप कोई भी सकारात्मक संकल्प ले सकते हैं—जैसे किसी बुरी आदत को छोड़ना, हर दिन ध्यान करना या किसी नई रचनात्मक योजना की शुरुआत करना। साथ ही इस दिन मंत्र जाप करना अत्यंत प्रभावशाली होता है। मंत्र जाप के साथ ध्यान करने से मन शांत होता है, विचार स्पष्ट होते हैं और निर्णय लेने की शक्ति बढ़ती है।
इस दिन आप अपने घर के बाहर स्वच्छ पानी से भरा मिट्टी का घड़ा जरूर रखें। यह आने-जाने वाले राहगीरों और जरूरतमंदों के लिए उपयोगी होता है और साथ ही पुण्य लाभ भी दिलाता है। पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करें। यह एक छोटा सा कार्य न केवल जीवों की सेवा है बल्कि आपके कर्मों को भी निखारता है।