Mahakal Mandir Ujjain: उज्जैन महाकाल मंदिर में अग्निकांड के बाद सोमनाथ की तर्ज पर लागू होंगे नए नियम

punjabkesari.in Friday, Mar 29, 2024 - 08:53 AM (IST)

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जालंधर (इंट): उज्जैन के महाकाल मंदिर में होली पर गर्भगृह में हुए अग्निकांड के बाद अब प्रशासन मंदिर में दर्शनों के लिए नए नियम तैयार कर रहा है। नए नियमों के अनुसार मंदिर में अब सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर आरती, शृंगार, भोग व पूजन सहित जल चढ़ाने के लिए गर्भगृह में जाने वाले पंडे-पुजारियों की संख्या तय होगी। भस्म आरती व वी.आई.पी. दर्शन में कोटा सिस्टम भी समाप्त किया जाएगा। रंग-गुलाल उड़ाने पर प्रतिबंध मंदिर के गर्भगृह में हुए अग्निकांड की जांच में पाया गया कि दुर्घटना के समय गर्भगृह में निर्धारित संख्या से अधिक लोगों की मौजूदगी थी तथा नंदी हाल में अत्यधिक रंगों का उपयोग हुआ था।

ऐसा माना जा रहा है कि आग लगने का कारण कैमिकलयुक्त रंग भी हो सकते हैं। जांच में यह भी अंदेशा जताया जा रहा है कि कैमिकलयुक्त गुलाल का उपयोग  गर्भगृह में खड़े पुजारियों में से ही किसी ने किया था। प्रारंभिक जांच के बाद मंदिर समिति ने मंदिर में रंग, गुलाल उड़ाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। गर्भगृह का तापमान नियंत्रित करने की सलाह मंदिर समिति को प्रशासन ने दर्शनों के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक्सपर्ट कमेटी के सुझावों पर अमल करने के निर्देश दिए हैं।

 कमेटी ने महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का क्षरण रोकने के लिए भगवान को सीमित मात्रा में जल, पंचामृत, अबीर, गुलाल, कुमकुम आदि पूजन सामग्री तथा कम मात्रा में फूल तथा भगवान को छोटी-छोटी फूल माला अर्पित करने का सुझाव दिया है। एक्सपर्ट कमेटी ने गर्भगृह का तापमान नियंत्रित रखने के लिए कम संख्या में लोगों के गर्भगृह में प्रवेश करने की सिफारिश की है।


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Content Writer

Niyati Bhandari

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