Holi March 2022- रंगों का फव्वारा है ‘होली’

punjabkesari.in Monday, Mar 14, 2022 - 01:51 PM (IST)

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Holi festival of colors- होली रंगों का त्यौहार है, हमें यह पर्व इस पूरी दुनिया की याद दिलाता है जो रंगीन है। प्रकृति की तरह ही हमारी भावनाएं और उनसे जुड़े अलग-अलग रंग हैं। क्रोध का संबंध लाल रंग से है, हरे रंग का जीवंतता से, पीले रंग का खुशी से, गुलाबी रंग का प्यार से, नीले रंग का विशालता से, सफेद रंग का शांति से, भगवा का त्याग से और बैंगनी रंग का संबंध ज्ञान से है। हर व्यक्ति रंगों का फव्वारा है, जो बदलता रहता है।

PunjabKesari Gurudev Sri Sri Ravi Shankar

होली की तरह, जीवन रंगीन होना चाहिए, उबाऊ नहीं। जब प्रत्येक रंग को स्पष्ट रूप से देखा जाता है, तो वह रंगीन होता है। सभी रंगों का मिश्रण काला रंग बनता है। इसी तरह, जीवन में भी हम विभिन्न भूमिकाएं निभाते हैं। प्रत्येक भूमिका और भावना को स्पष्ट रूप से परिभाषित करने की आवश्यकता है। भावनात्मक भ्रम से समस्याएं पैदा होती हैं। जब आप एक पिता हैं, तो आपको एक पिता की भूमिका निभानी होगी।  आप कार्यालय में पिता नहीं हो सकते। जब आप अपने जीवन में भूमिकाओं को मिलाते हैं तो आप गलतियां करने लगते हैं। जीवन में आप जो भी भूमिका निभाएंगे, अपने आप को पूरी तरह से उसके लिए दे दें।

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उत्सव आत्मा का स्वभाव है और मौन से निकला उत्सव सच्चा उत्सव है। यदि पवित्रता किसी उत्सव से जुड़ जाती है, तो वह परिपूर्ण हो जाती है, सिर्फ शरीर और मन ही नहीं, बल्कि आत्मा भी उत्सव मनाती है।

-गुरुदेव श्री श्री रविशंकर

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Content Writer

Niyati Bhandari

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