शुरू हुआ श्रीमद्भागवत गीता का महोत्सव, गीता के रंग में रंगा कुरुक्षेत्र

punjabkesari.in Friday, Dec 06, 2019 - 12:51 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हिंदू धर्म में गीता जयंती को भगवद गीता के प्रतीकात्मक जन्म के रूप में मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के मुताबिक गीता जयंती का पर्व प्रत्येक साल मार्गशीर्ष शुक्ल एकादशी को पड़ता है। इस दिन को लेकर धार्मिक ग्रंथों में वर्णन मिलता है कि कुरुक्षेत्र में महाभारत के युद्ध के दौरान भगवान कृष्ण ने अर्जुन को इसी दिन श्रीमद्भागवत गीता का ज्ञान दिया था। बता दें श्रीमद्भागवत गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं, गीता का दूसरा नाम गीतोपनिषद है। यहां जानें श्रीमद्भागवत गीता के सभी 18 अध्याय के नाम-
Gita jayanti mahotsav, Sree Madh Bhagwat geeta jayanti, gita jayanti 2019 kurukshetra date, geeta jayanti mahotsav 2019 kurukshetra, gita jayanti 2019 date, gita jayanti mahotsav 2019 venue, Cm manohar lal inauguration, Kurukshetra geeta jayanti Mohatsav, Celebration of geeta jayanti in Kurukshetra
अध्याय 1: अर्जुनविषादयोगः - कुरुक्षेत्र के युद्धस्थल में सैन्यनिरीक्षण
अध्याय 2: सांख्ययोगः - गीता का सार
अध्याय 3: कर्मयोगः - कर्मयोग
अध्याय 4: ज्ञानकर्मसंन्यासयोगः - दिव्य ज्ञान
अध्याय 5: कर्मसंन्यासयोगः - कर्मयोग-कृष्णभावनाभावित कर्म
अध्याय 6: आत्मसंयमयोगः - ध्यानयोग
अध्याय 7: ज्ञानविज्ञानयोगः - भगवद्ज्ञान
अध्याय 8: अक्षरब्रह्मयोगः - भगवत्प्राप्ति
अध्याय 9: राजविद्याराजगुह्ययोगः - परम गुह्य ज्ञान
अध्याय 10: विभूतियोगः - श्री भगवान का ऐश्वर्य
अध्याय 11: विश्वरूपदर्शनयोगः - विराट रूप
अध्याय 12: भक्तियोगः - भक्तियोग
अध्याय 13: क्षेत्रक्षेत्रज्ञविभागयोगः - प्रकृति, पुरुष तथा चेतना
अध्याय 14: गुणत्रयविभागयोगः - प्रकृति के तीन गुण
अध्याय 15: पुरुषोत्तमयोगः - पुरुषोत्तम योग
अध्याय 16: दैवासुरसम्पद्विभागयोगः - दैवी तथा आसुरी स्वभाव
अध्याय 17: श्रद्धात्रयविभागयोगः - श्रद्धा के विभाग
अध्याय 18: मोक्षसंन्यासयोगः - उपसंहार-संन्यास की सिद्धि

श्रीमद्भागवत गीता का प्रथम श्लोक:
धर्मक्षेत्रे कुरुक्षेत्रे समवेता युयुत्सवः।
मामकाः पाण्डवाश्चैव किमकुर्वत संजय॥1॥
PunjabKesari, Sree madh bhagwat geeta first Shalok, भगवत गीता का प्रथम श्लोक
बीते मंगलवार यानि 3 दिसंबर को मंत्रोच्चारण और शंखनाद की गूंज के बीच अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ हुआ। इस दौरान मौजूद राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य और मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ब्रह्मसरोवर के पवित्र जल का आचमन कर पवित्र ग्रंथ गीता का पूजन कर नौ कुंडीय गीता यज्ञ में पूर्णाहुति डालकर महोत्सव की विधिवत रूप से शुरुआत की।

8 दिसंबर तक चलेगा महोत्सव
गीता जयंती का ये महोत्सव 8 दिसंबर तक चलेगा। हालांकि सरस और शिल्प मेला 10 दिसम्बर तक चलेगा। मंगलवार की सुबह-सुबह पुरुषोत्तपुरा बाग हरियाणवी परंपरागत वाद्य यंत्रों की धुन से गूंज उठा। यहां गीता के श्लोकों के उच्चारण से पूरा माहौल गीता के रंग में रंग गया।

ज्ञान सागर से विश्व में हो रहा प्रकाश: मनोहर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान सागर से पूरे विश्व में फिर से प्रकाश हो रहा है। इस ज्ञान सागर के प्रकाश से विश्व को एक नई दिशा मिल रही है। देश के प्रधानमंत्री अपनी हर विदेश यात्रा में विदेशी राजनायकों को गीता भेंट कर रहे हैं। इस प्रकाश पुंज को आमजन तक पहुंचाने के लिए राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का आयोजन कर रही है।
PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Jyoti

Recommended News

Related News