Ganga Saptami 2019: गंगा में डुबकी लगाने से पहले न भूलें ये बातें

punjabkesari.in Friday, May 10, 2019 - 04:07 PM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख शुक्ल की सप्तमी तिथि को गंगा सप्तमी का त्यौहार मनाया जाएगा और ये दिन कल यानि 11 मई 2019 को पड़ रहा है। मान्यता है कि इस दिन मां गंगा की उत्पत्ति हुई थी। इसी दिन भगीरथ के तप से प्रसन्न होकर गंगा शिव की जटाओं में समाई थी। शास्त्रों में इस दिन तप और दान-पुण्य का विशेष महत्व बताया गया है। माना गया है कि इस दिन गंगा जी में स्नान करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है और इसके साथ ही व्यक्ति के सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। गंगा में स्नान करने से पहले मां को प्रणाम करना चाहिए और फिर स्नान करना चाहिए। इस दिन मां गंगा की खास पूजा-अर्चना की जाती है। गंगा अवतरण के दिन गंगा में डुबकी लगाने के दौरान कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी होता है। तो आइए जानते हैं-
PunjabKesari, kundli tv
स्नान करने से पहले इस बात का ख्याल जरूर रखना चाहिए कि आपका मुंह सूर्य की तरफ ही होना चाहिए। अक्सर सबके मन में ये बात रहती हैं कि गंगा में डुबकियां कितनी लगानी चाहिए। तो ऐसे में 3,5,7 या फिर 12 डुबकियां ही व्यक्ति को लगानी चाहिए। यदि आप तीन डुबकी लगा रहे हैं तो आप एक डुबकी देवी-देवताओं के नाम से, एक अपने पुरखों के नाम से और एक अपने परिवार के नाम से लगाएं।
PunjabKesari, kundli tv, गंगा पूजन
हर इंसान को इस बात का ध्यान हमेशा रखना चाहिए कि जब भी आप गंगा किनारे जाए तो वहां की पवित्रता का पूरा ख्याल रखें। अपने जूत या चप्पल गंगा तट से दूर ही रखें। क्योंकि आपके आस-पास बहुत से ऐसे लोग भी होते हैं जो गंगा पूजन कर रहे होते हैं। अमृत जल प्रदान करने वाली मां गंगा के जल की शुद्धता बनाए रखने के लिए गंगा में स्नान करते समय साबुन का प्रयोग न करें और न ही कपड़े धोएं।

जब कभी भी गंगा किनारे जाएं तो अपने मन में पूरे विश्वास व श्रद्धा के साथ जाएं और अपना आचरण धर्म के विरुद्ध न करें। गंगा स्नान करते समय सिर्फ अपने पाप ही नहीं बल्कि बल्कि मन का मैल भी दूर करें। गंगा तट को साफ-सुथरा रखने में सहयोग करें। गंगा किनारे पालिथीन पर प्रतिबंध है। ऐसे में इसका प्रयोग न करें और न ही गंदगी फैलाएं। 
PunjabKesari, kundli tv
शास्त्रों के अनुसार गंगा सप्तमी के दिन गंगा में स्नान करने पर पूरे साल का फल मिलता है। ऐसे में मां भागीरथी का आशीर्वाद पाने के लिए गंगा स्नान के पश्चात गंगा लहरी व गंगा स्त्रोत का पाठ करें।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Lata

Recommended News

Related News