TRAI का खुलासा, Airtel के खिलाफ मिलीं सबसे ज्यादा शिकायतें
punjabkesari.in Saturday, Dec 11, 2021 - 04:18 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः ट्राई को एयरटेल के खिलाफ सबसे ज्यादा शिकायतें मिली हैं। इसके बाद वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो का नंबर है। संचार राज्य मंत्री देवुसिंह चौहान की ओर से साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक साल 2021 में भारती एयरटेल की सर्विस से जुड़ी 16,111 शिकायतें मिली हैं। वोडाफोन आइडिया की सर्विस के खिलाफ 14,487 और रिलायंस जियो की सेवाओं के खिलाफ 7,341 शिकायतें दर्ज हुई हैं।
MTNL और BSNL के खिलाफ शिकायतें
वोडाफोन आइडिया के खिलाफ खराब सर्विस की 14,487 शिकायतें दर्ज हुई हैं। इनमें से 9,186 शिकायतें वोडाफोन की सेवाओं के खिलाफ और 5,301 शिकायतें आइडिया के खिलाफ दर्ज हुई हैं। आंकड़ों के मुताबिक ट्राई को एमटीएनएल के खिलाफ 732 और बीएसएनएल के खिलाफ 2,913 शिकायतें मिली हैं। चौहान ने कहा है कि ट्राई एक्ट में व्यक्तिगत तौर पर कंज्यूमर की ओर से की गई शिकायतों के समाधान का प्रावधान नहीं हैं। हालांकि शिकायतें संबंधित सर्विस प्रोवाइडर्स को भेज दी गई हैं।
देश में कुल 106 करोड़ मोबाइल यूजर
अभी देश में कुल 106 करोड़ 4G यूजर्स हैं। जिसमें रिलायंस जियो के पास सबसे ज्यादा 44 करोड़ ग्राहक हैं। वहीं एयरटेल के पास 35 करोड़ और Vi के पास 27 करोड़ यूजर्स हैं। ऐसे में दोनों कंपनियों (Vi+एयरटेल) की नई कीमतों का असर 62 करोड़ करीब 58.5% यूजर्स पर होगा यानी, 106 करोड़ में से करीब 5.3 करोड़ पोस्टपेड यूजर्स हैं।
इस तरह दर्ज होती हैं शिकायतें
ट्राई ने टेलीकॉम सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनियों को टु टियर शिकायत निवारण मैकेनिज्म बनाने का निर्देश दिया था ताकि ग्राहकों की शिकायतों का निपटारा हो सके। शिकायत निवारण मैकेनिज्म के तहत ग्राहक टेलीकॉम सेवाएं देने वाली कंपनियों के शिकायत केंद्र में अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। अगर ग्राहक की शिकायतें वहां दूर नहीं होती हैं तो टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के अपीलीय प्राधिकरण में अपील की जा सकती है।
एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और रिलायंस जियो तीनों ने अपनी टैरिफ और डेटा रेट में इजाफा किया है। देश के प्राइवेट सेक्टर में अब टेलीकॉम सर्विसेज मुहैया कराने वाली यही तीन कंपनियां बची हैं। तीनों को पास करोड़ों में ग्राहक हैं। हालांकि कंपनियां अपनी सेवाओं को लगातार बेहतर करने की कोशिश में लगी हैं लेकिन भारत में ग्राहक इंटरनेट की धीमी स्पीड से जूझ रहे हैं।