243 रुपए का शेयर 600 पर हुआ लिस्ट, पहले ही दिन निवेशकों का पैसा डबल, जबरदस्त मुनाफा
punjabkesari.in Friday, Dec 27, 2024 - 11:22 AM (IST)
बिजनेस डेस्कः प्लास्टिक बैग और पाउच बनाने वाली मशीनों के क्षेत्र में अग्रणी ममता मशीनरी (Mamata Machinery) के शेयरों की आज शेयर बाजार में धांसू एंट्री हुई। पहले ही दिन इसने आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशकों को ढाई गुना से अधिक रिटर्न दिलाया। कंपनी के आईपीओ को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी, जिसमें ओवरऑल 194 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन हुआ था। आईपीओ के तहत कंपनी ने प्रति शेयर 243 रुपए के भाव पर शेयर जारी किए थे। आज बीएसई और एनएसई पर इसने 600 रुपए पर लिस्टिंग की, जिससे निवेशकों को 146.91 प्रतिशत का लिस्टिंग गेन मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर की कीमत में और तेजी देखी गई। बीएसई पर यह 629.95 रुपए के अपर सर्किट पर पहुंच गया, जिससे आईपीओ निवेशकों को 159.24 प्रतिशत तक का लाभ हुआ। कंपनी के कर्मचारियों ने भी इस लिस्टिंग से अतिरिक्त लाभ कमाया, क्योंकि उन्हें प्रति शेयर 12 रुपए का विशेष छूट मिली थी।
IPO को मिला था तगड़ा रिस्पांस
ममता मशीनरी का ₹179.39 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 19-23 दिसंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 194.95 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 235.88 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 274.38 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 138.08 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 153.27 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत कोई नया शेयर नहीं जारी हुआ है बल्कि 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 73,82,340 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है यानी कंपनी को आईपीओ से कोई पैसा नहीं मिला है।
कंपनी के बारे में
अप्रैल 1979 में बनी ममता मशीनरी प्लास्टिक बैग और पाउच बनाने वाली मशीनें बनाती है। इसका कारोबार दुनिया भर में फैला हुआ है। इसके ग्राहक बालाजी वेफर्स, सनराइज पैकेजिंग, लक्ष्मी स्नैक्स और एमिरेट्स नेशनल फैक्ट्री फॉर प्लास्टिक इत्यादि हैं। इसने 75 से अधिक देशों को अपनी मशीनों का निर्यात किया है। इसके सेल्स एजेंट्स यूरोप, दक्षिण अफ्रीका और एशिया के पांच देशों में हैं और इंटरनेशनल ऑफिस फ्लोरिडा के ब्रेंडेंटन और इलिनोइस के मोंटेगोमरी में हैं। इसके अलावा मशीन बनाने की दो मैनुफैक्चरिंग फैसिलिटी में से एक भारत और दूसरी अमेरिका में है।
कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2022 में इसे 21.7 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में उछलकर 22.51 करोड़ रुपए और वित्त वर्ष 2024 में 36.13 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 10 फीसदी से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर 241.31 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो पहली तिमाही अप्रैल-जून 2024 में इसे 0.22 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा और 29.19 करोड़ रुपए का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।