मस्क ने बेचे टेस्ला के 79 लाख शेयर, ट्विटर से कानूनी लड़ाई हारने की आशंका पर लिया फैसला
punjabkesari.in Wednesday, Aug 10, 2022 - 01:03 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने एक बार फिर सभी को चौंका दिया है। उन्होंने एक ही झटके में टेस्ला के 690 करोड़ डॉलर (54.87 हजार करोड़ रुपए) के 79.2 लाख शेयर बेचे दिए हैं। मस्क ने मंगलवार की देर शाम एक ट्वीट में यह जानकारी दी। मस्क के मुताबिक शेयरों की बिक्री से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल ट्विटर को खरीदने में किया जा सकता है। मस्क का कहना है कि अगर वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर से कानूनी लड़ाई हार जाते हैं तो इमरजेंसी में टेस्ला के शेयरों की बिक्री की स्थिति टालना बेहतर है। बता दें, इससे पहले एलन मस्क ने कहा था कि उनका टेस्ला के शेयर को बेचने का कोई प्लान अभी नहीं बन रहा है।
Twitter के साथ कानूनी लड़ाई लड़ रहे मस्क
मस्क ने 25 अप्रैल को ट्विटर को 4400 करोड़ डॉलर में खरीदने का सौदा किया था लेकिन पिछले महीने जुलाई में वह इस सौदे से पीछे हटने लगे। उनका कहना है कि ट्विटर ने स्पैम अकाउंट्स को लेकर गलत जानकारी दी है। इसके बाद ट्विटर ने इस सौदे को पूरा करने के लिए मस्क के खिलाफ कानूनी रास्ता अपनाया है। इस कानूनी लड़ाई में अगर मस्क हार जाते हैं तो उन्हें ट्विटर को खरीदना पड़ेगा जिसके लिए पैसों के इंतजाम वह टेस्ला के शेयरों की बिक्री से कर रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि अगर वह ट्विटर को नहीं खरीदते हैं तो वह टेस्ला के शेयरों को वापस खरीदेंगे। इसके अलावा उन्होंने एक ट्विटर यूजर के सवाल के जवाब में कहा कि अगर ट्विटर का सौदा नहीं होता है तो वह अपना खुद का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X.com शुरू करेंगे।
अप्रैल में भी बेचे थे टेस्ला के शेयर
टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने इससे पहले अप्रैल मे टेस्ला के 850 करोड़ डॉलर के शेयरों की बिक्री की थी। उस समय उन्होंने कहा था कि इसके बाद यानी अप्रैल में शेयरों की बिक्री के बाद आगे वह टेस्ला के शेयर नहीं बेचेंगे। हालांकि उसके बाद कानूनी विशेषज्ञों ने सुझाव दिया था कि अगर मस्क को ट्विटर खरीदना पड़ा या पेनाल्टी चुकानी पड़ी तो उन्हें टेस्ला के और शेयरों की बिक्री करनी पड़ेगी। इस वजह से उन्होंने 5 अगस्त से 9 अगस्त के बीच टेस्ला के 79.2 लाख शेयरों की बिक्री की। अब उनके पास टेस्ला के 15.504 करोड़ शेयर हैं यानी उनकी कंपनी में हिस्सेदारी 15 फीसदी से कम हो गई है।