ICICI Bank की तिमाही कमाई में उछाल, HDFC Bank का मुनाफा 1.31% घटा
punjabkesari.in Saturday, Jul 19, 2025 - 04:16 PM (IST)

मुंबईः निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 15.9 प्रतिशत बढ़कर 13,558 करोड़ रुपये हो गया है। पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 11,696 करोड़ रुपए था। एकल आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ समीक्षाधीन तिमाही में 15.5 प्रतिशत बढ़कर 12,768 करोड़ रुपए रहा है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 11,059 करोड़ रुपए था।
बैंक ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बतााया कि उसकी मूल शुद्ध ब्याज आय समीक्षाधीन तिमाही में 10.6 प्रतिशत बढ़कर 21,635 करोड़ रुपए हो गई, जबकि राजस्व परिचालन को छोड़कर अन्य आय 13.7 प्रतिशत बढ़कर 7,264 करोड़ रुपए हो गई। बैंक का निवल ब्याज मार्जिन जनवरी-मार्च तिमाही तिमाही के 4.41 प्रतिशत से घटकर 4.34 प्रतिशत रह गया।
बैंक ने बताया कि आलोच्य तिमाही में करों को छोड़कर कुल प्रावधान 1,815 करोड़ रुपए रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 1.332 करोड़ रुपए था। सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) अनुपात 30 जून तक बढ़कर 1.67 प्रतिशत हो गया, जो एक साल पहले 2.15 प्रतिशत था।
HDFC बैंक का शुद्ध लाभ घटा
निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 1.31 प्रतिशत घटकर 16,258 करोड़ रुपए रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 16,475 करोड़ रुपए रहा था। एकल आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 18,155 करोड़ रुपए रहा है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 16,174 करोड़ रुपए था।
एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसकी कुल आमदनी समीक्षाधीन तिमाही में बढ़कर 99,200 करोड़ रुपए हो गई है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 83,701 करोड़ रुपए थी। सूचना के अनुसार, बैंक का कुल खर्च जून तिमाही में 63,467 करोड़ रुपए रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 59,817 करोड़ रुपए था।
बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कुछ घटकर 3.35 प्रतिशत रह गया, जो पिछली तिमाही में 3.46 प्रतिशत था। बैंक ने बताया कि उसका कुल प्रावधान आलोच्य तिमाही में बढ़कर 14,442 करोड़ रुपए हो गए, जो एक साल पहले की समान तिमाही में 2,602 करोड़ रुपए था। इसमें 9,000 करोड़ रुपए का अस्थायी प्रावधान भी शामिल है। सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) अनुपात 30 जून तक बढ़कर 1.4 प्रतिशत हो गया, जो तीन महीने पहले 1.33 प्रतिशत था।