विदेशी निवेशकों ने बदला रुख, भारतीय Stock Market में की वापसी, इन सेक्टर में कर रहे हैं खरीदारी
punjabkesari.in Saturday, Dec 07, 2024 - 06:07 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः पिछले कुछ महीनों में भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सितंबर 2024 में निफ्टी ने 26,277 का ऑल-टाइम हाई छुआ लेकिन इसके बाद 21 नवंबर को यह 23,263 के हालिया निचले स्तर तक गिर गया। दो महीनों में निफ्टी में 3,000 से अधिक अंकों की गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों अपने उच्चतम स्तर से 10% से अधिक गिरावट में चले गए थे।
इस गिरावट की बड़ी वजह विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की भारी बिकवाली रही लेकिन अब बाजार में बदलाव देखने को मिल रहा है। एफआईआई फिर से भारतीय शेयर बाजारों में खरीदारी करते नजर आ रहे हैं।
FII की निवेश गतिविधियां
नवंबर 2024 में एफआईआई की गतिविधियां दो हिस्सों में बंटी रहीं। पहले पखवाड़े में उन्होंने 22,420 करोड़ रुपए के शेयरों की बिक्री की, जिससे बाजार पर दबाव बना लेकिन दूसरे पखवाड़े में उन्होंने 809 करोड़ रुपए के शुद्ध खरीदार के रूप में वापसी की। दिसंबर 2024 में अब तक एफआईआई ने लगभग 23,500 करोड़ रुपए का निवेश किया है।
इस बीच ऑइल और गैस, टेलीकॉम और ऑटो जैसे सेक्टर में नवंबर में भी बिकवाली का दबाव जारी रहा। नवंबर के दौरान एफआईआई एक्टिविज़ का सेक्टर वाइज़ विश्लेषण इस प्रकार है।
फाइनेंशियल सर्विस
फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में नवंबर माह में एफआईआई ने बहुत खरीदारी की। पिछले माह एफआईआई के फ्लो का सबसे बड़ा फायदा फाइनेंशियल सर्विस को मिला। पहली छमाही में एफआईआई ने इस क्षेत्र में 7,092 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जिससे सेक्टर में गिरावट हुई। हालांकि, दूसरी छमाही में इस सेक्टर में 9,597 करोड़ रुपए का निवेश हुआ और यह विदेशी निवेशकों के बीच सबसे पसंदीदा क्षेत्र बन गया।
आईटी सेक्टर
आईटी सेक्टर ने पूरे नवंबर में अपनी अपील बनाए रखी, जिसमें एफआईआई ने पहली छमाही में 3,087 करोड़ रुपए और दूसरी छमाही में 2,429 करोड़ रुपए का अतिरिक्त निवेश किया। इससे कुल मंथली फ्लो 5,516 करोड़ रुपए हो गया, जिससे आईटी नेट फ्लो के मामले में टॉप परफॉर्मर बन गया।
एफएमसीजी सेक्टर
नवंबर माह के शुरू में कुछ संदेह के बावजूद नवंबर के दूसरे पखवाड़े में फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) में उलटफेर देखने को मिला। पहले पखवाड़े में 3,589 करोड़ रुपए की निकासी होने के बाद इस सेक्टर में बाद की छमाही में 2,184 करोड़ रुपये की आमद देखी गई जबकि नवंबर के लिए कुल 1,405 करोड़ रुपए नकारात्मक रहे लेकिन बाद की छमाही में बेहतर भावना ने उभरती उपभोक्ता मांग के बीच सेक्टर के लॉन्ग टर्म प्रोसपेक्टिव सामने आए।
रियल एस्टेट
नवंबर में रियल्टी में लगातार एफआईआई की दिलचस्पी देखी गई, पहली छमाही में 694 करोड़ रुपए और दूसरी छमाही में 1,367 करोड़ रुपए का निवेश दर्ज किया गया। इस सेक्टर का 2,061 करोड़ रुपए का नेट मंथली इन्वेस्टमेंट इसकी बढ़ती हुई आकर्षकता को दर्शाता है, जिसे मजबूत मांग और अनुकूल बाजार स्थितियों का समर्थन प्राप्त है।
कैपिटल गुड्स
पूंजीगत वस्तुओं में मामूली एक्टिविटीज़ देखी गई, जिसमें पहली छमाही में 1,004 करोड़ रुपए की निकासी हुई। उसके बाद दूसरी छमाही में 681 करोड़ रुपए की खरीदारी हुई। नवंबर में इस सेक्टर में 323 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी हुई।