Investment in Share Market: विदेशी निकासी के बीच घरेलू निवेशकों ने संभाला बाजार, 9 महीने में किया रिकॉर्ड निवेश
punjabkesari.in Monday, Sep 22, 2025 - 05:46 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः मुसीबत के समय अपने ही साथ आते हैं—यह कहावत इस साल भारतीय शेयर बाजार में भी सही साबित हो रही है। विदेशी निवेशकों (FIIs) के बड़े पैमाने पर पूंजी निकालने के बावजूद घरेलू निवेशकों (DIIs) ने जमकर निवेश कर बाजार को सहारा दिया है।
साल 2025 के महज 9 महीनों में ही घरेलू संस्थागत निवेशकों ने इक्विटी बाजार में अब तक करीब 5.30 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। यह निवेश पिछले पूरे साल (2024) के 5.22 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक है, जबकि साल खत्म होने में अभी एक तिमाही बाकी है।
किसमें किया सबसे ज्यादा निवेश
इस रिकॉर्ड निवेश में सबसे बड़ी हिस्सेदारी म्यूचुअल फंड्स की है। उन्होंने अकेले ही 3.65 लाख करोड़ रुपए बाजार में लगाए हैं। इसमें करीब 25,000 करोड़ रुपए SIPs से आए हैं। अगस्त में म्यूचुअल फंड्स की कैश होल्डिंग 1.98 लाख करोड़ रुपए तक रही। इसके अलावा इंश्योरेंस कंपनियां और पेंशन फंड्स ने मिलकर लगभग 1 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया। शेष निवेश PMS, AIFs और बैंकों से आया।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली
जहां घरेलू निवेशक बाजार में भरोसा दिखा रहे हैं, वहीं विदेशी निवेशकों ने निकासी जारी रखी है। 2025 में अब तक उन्होंने भारतीय बाजार से 1.8 लाख करोड़ रुपये निकाले हैं। पिछले साल यह निकासी 1.21 लाख करोड़ रुपये रही थी। इसी वजह से 2019 में भारतीय शेयर बाजार में FIIs की हिस्सेदारी जहां 22% थी, वह अब घटकर 16% रह गई है।
ग्लोबल मार्केट से पीछे भारत
घरेलू निवेशकों के रिकॉर्ड निवेश के बावजूद भारतीय शेयर बाजार वैश्विक बाजारों से पीछे रहा। 2025 में सेंसेक्स केवल 2% और निफ्टी 4% चढ़े। इसके मुकाबले चीन का शंघाई कंपोजिट 17%, हांगकांग का हैंगसेंग 20%, अमेरिका का डाउ जोंस 8% और S&P 500 13% बढ़ा। यूरोप में फ्रांस का बाजार 21%, ब्रिटेन का 20% और जर्मनी का बाजार 35% उछला।