DGCA का इंडिगो को निर्देश- 3,000 घंटो से ज्यादा चले पीडब्ल्यू इंजन को बदले
punjabkesari.in Monday, Oct 28, 2019 - 09:27 PM (IST)

नई दिल्लीः नागर विमानन नियामक, डीजीसीए ने सोमवार को इंडिगो से ऐसे ए 320 नियो विमानों का इस्तेमाल नहीं करने को कहा जिनमें 3,000 घंटों से ज्यादा इस्तेमाल हो चुके पीडब्ल्यू इंजन लगे हों। अधिकारियों ने बताया कि ऐसा नहीं करने पर कंपनी को इन विमानों का परिचालन बंद किए जाने को लेकर तैयार रहने को कहा गया है।
नागर विमानन महानिदेशालय के एक अधिकारी ने कहा कि इंडिगो के बेड़े में 16 ऐसे विमान हैं जिनमें दोनों प्रैट एंड व्हिटनी (पीडब्ल्यू) इंजन 2,900 घंटों से ज्यादा इस्तेमाल हो चुके हैं। अधिकारी ने बताया कि ऐसे सभी 16 विमानों में अगले 15 दिनों में कम से कम एक एलपीटी इंजन लगाना होगा। डीजीसीए अधिकारी ने कहा, “ऐसा नहीं करने पर इन सभी विमानों का परिचालन बंद कर दिया जाएगा। पैटर्न का अध्ययन करने और खतरे के आकलन के बाद ऐसा किया गया।”
अक्टूबर में, इंडिगो के पीडब्ल्यू इंजन लगे तीन ए320 (नियो) विमानों के उड़ान के दौरान इंजन बंद होने की खबर आई थी। तीनों बार इंजन बंद करने के निर्देश दिए गए थे हालांकि लगातार-24, 25 और 26 अक्टूबर को ऐसा होने पर डीजीसीए की एक टीम ने रख-रखाव एवं सुरक्षा डेटा की समीक्षा करने के लिए 28 अक्टूबर को इंडिगो परिसर का दौरा किया।
अधिकारी ने कहा, “दोपहर में डीजीसीए की अगुवाई में सीओओ, सुरक्षा एवं रख-रखाव प्रमुखों सहित इंडिगो टीम के वरिष्ठ सदस्यों के साथ बैठक की। चर्चा के बाद इंडिगो को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया कि ऐसे किसी नियो विमान का परिचालन नहीं होना चाहिए जिसमें प्रैट और व्हिटनी 1100 श्रृंखला के दो इंजन लगे हों और जो 3,000 घंटे से ज्यादा चल चुके हों। इंडिगो को इन निर्देशों के पालन के लिए दो हफ्ते का समय दिया गया है।”