3 Main Reasons Market Fall: आधे घंटे में बाजार में बड़ी गिरावट, ये रहे 3 बड़े कारण
punjabkesari.in Monday, Mar 03, 2025 - 01:58 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः मार्च के पहले कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। शुरुआती तेजी के बाद महज आधे घंटे के अंदर सेंसेक्स-निफ्टी दोनों ही लाल निशान में आ गए। सेंसेक्स 400 अंकों की बढ़त के बाद अचानक गिरकर अपने दिन के उच्चतम स्तर से करीब 850 अंक नीचे आ गया और 73,000 के स्तर से फिसलकर 72,873 पर पहुंच गया। निफ्टी भी अपने उच्चतम स्तर से लगभग 250 अंक गिरकर 22,000 के अहम सपोर्ट लेवल पर आ गया।
सरकारी बैंकों और फार्मा कंपनियों के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट देखने को मिली, जबकि ऑटो, कैपिटल गुड्स और मेटल सेक्टर में तेजी रही। सेंसेक्स के 30 में से 17 शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे, जिनमें इंडसइंड बैंक, रिलायंस, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक और अडानी पोर्ट्स 3.28% तक लुढ़क गए।
शेयर बाजार में गिरावट के पीछे 3 अहम कारण...
विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली
शेयर बाजारी में जारी गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की लगातार बिकवाली है। उनकी ‘चीन में खरीदो, भारत में बेचो’ की रणनीति ने भारतीय निवेशकों के मनोबल को कमजोर कर दिया है। एक्सचेंज पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार 28 फरवरी को विदेशी निवेशकों ने शुद्ध रूप से 11,639.02 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। 2025 में अबतक वे करीब 1.4 लाख करोड़ रुपए की बिकवाली कर चुके हैं।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजिस्ट, वीके विजयुकमार ने कहा, 'भारतीय शेयरों के ऊंचे वैल्यूएशन और आकर्षक अमेरिकी बॉन्ड यील्ड के चलते विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से पैसे निकाल रहे हैं। हालांकि इन आंकड़ों में अब धीरे-धीरे बदलाव हो रहा है।'
हैवीवेट शेयरों में बिकवाली
विदेशी निवेशकों की बिकवाली के अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज और HDFC बैंक जैसे हैवीवेट वेटेज शेयरों में बिकवाली के चलते भी बाजार में गिरावट आई।
ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कल 4 मार्च से कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ लगाने जा रहे हैं। ट्रंप के ऐलानों के मुताबिक मैक्सिको से आने वाली सभी सामानों पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा। वहीं कनाडा से आने वाले अधिकर सामानों पर भी 25 प्रतिशत का टैरिफ लगेगा। हालांकि एनर्जी उत्पादों के लिए यह टैरिफ 10 प्रतिशत लगेगा। इसके अलावा उन्होंने चीन पर भी 10 प्रतिशत का अतिरिक्त लगाने का ऐलान किया है। इस तरह चाइनीज सामानों पर अब कुल टैरिफ 20 प्रतिशत हो गया है।
टैरिफ लगाए जाने से ग्लोबल स्तर पर ट्रेड वॉर की आशंकाएं बढ़ गई हैं। हालांकि अभी कुछ एक्सपर्ट्स कनाडा और मैक्सिको पर टैरिफ के टाले जाने की उम्मीद कर रहे हैं। अमेरिका के कॉमर्स सेक्रेटरी हावर्ड लुटनिक ने फॉक्स न्यूज के साथ एक बातचीत में कहा कि इन दोनों देशों पर कितना टैरिफ लगेगा, इसके बारे में ट्रंप मंगलवार को ऐलान करेंगे।