निजी शत्रुता के कारण हो रहीं मासूम बच्चों की हत्याएं

punjabkesari.in Thursday, Mar 21, 2024 - 05:23 AM (IST)

सरकार द्वारा कानून-व्यवस्था बनाए रखने के प्रयासों के बावजूद देश में अपराधी तत्वों के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। अब तो मासूम बच्चे भी सुरक्षित नहीं रहे और निजी शत्रुता निकालने के लिए मासूम बच्चों तक को बिना किसी दोष के अपराधी तत्वों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है : 

* 19 अक्तूबर, 2023 को कोडरमा (झारखंड) के ‘मूर्कसराय गांव’ में भूमि के एक छोटे से टुकड़े पर विवाद के चलते 4 वर्षीय बच्चे की उसके रिश्तेदारों ने गला घोंट कर हत्या करके लाश तालाब में फैंक दी।   
* 5 नवम्बर, 2023 को पलामू (झारखंड) जिले के हैदर नगर के ‘करीमन डीह’ गांव में घरेलू क्लेश के चलते एक महिला ने गुस्से में आकर अपने 3 बच्चों को तालाब में फैंक दिया जिनमें से 2 की मौत हो गई।
* 19 नवम्बर, 2023 को मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) के गांव ‘तेड़ा’ में ‘अर्सलान’ नामक 5 वर्षीय बालक के अपहरण और हत्या के बाद उसकी लाश को बोरे में बंद करके गांव में एक तालाब के पास फैंक देने के आरोप में ‘आसिफा’ नामक पड़ोसी महिला को गिरफ्तार किया गया। ‘आसिफा’ ने कहा कि पड़ोसी ‘अर्सलान’ को उसके बच्चों के साथ खेलने नहीं देते थे। 

* 25 जनवरी, 2024 को अयोध्या (उत्तर प्रदेश) के थाना ‘तारुन’ क्षेत्र में भूमि विवाद में 8 वर्षीय एक बच्चे को चाकू से गोद कर मार डाला गया। 
* 27 जनवरी, 2024 को मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) के ‘कांठ’ में अपने शत्रु को फंसाने की खातिर इदरीस नामक व्यक्ति को अपने 7 वर्षीय सौतेले बेटे की गला रेत कर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। 
* 6 मार्च, 2024 को ‘नीम का थाना’ (राजस्थान) जिले में घर से लापता 4 वर्षीय एक मासूम बच्चे की हत्या किए जाने के बाद उसके शव को पहाडिय़ों में फैंक दिया गया।
* 15 मार्च, 2024 को जबलपुर (मध्य प्रदेश) में एक रेलवे कर्मचारी और उसके नाबालिग बेटे की रेलवे क्वार्टर में हत्या करने के बाद हत्यारे ने बच्चे का शव फ्रिज में छुपा दिया। रेलवे कर्मचारी ने कुछ ही दिन पहले संदिग्ध हत्यारे के विरुद्ध अपनी बेटी से छेड़छाड़ करने की शिकायत पुलिस में दर्ज करवाई थी। घटना के बाद से मृतक की बेटी भी लापता है।

* 19 मार्च, 2024 को बदायूं (उत्तर प्रदेश) से दिल दहलाने वाली घटना में एक नाई ने 2 मासूम सगे भाइयों को हजामत बनाने वाले उस्तरे से गला रेत कर बेरहमी से मार डाला जबकि तीसरा भाई किसी तरह बच गया। 
उपरोक्त मामला दो समुदायों से जुड़ा होने के कारण कुछ ही देर में स्थिति बिगडऩे लगी। अधिकारियों ने घटना स्थल पर पहुंच कर मुख्य आरोपी साजिद को पकड़ लिया पर वह पुलिस को धक्का देकर भाग गया परंतु बाद में पुलिस के साथ एन्काऊंटर में मारा गया। इस बीच साजिद के भाई जावेद के अलावा उसके पिता और चाचा को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। 

घटना के बाद शहर के लोगों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने सड़क पर उतर कर जाम लगा दिया। आक्रोषित लोगों ने कुछ दुकानों में आग लगाने के अलावा कई जगह तोड़-फोड़ भी की जिस पर स्थिति को संभालने के लिए प्रशासन को पुलिस बल तथा अद्र्ध सैनिक बल भी तैनात करने पड़े। इस घटना के अनेक कारण बताए जा रहे हैं। कहा जाता है कि साजिद ने बच्चों की मां संगीता से पहले अपनी पत्नी की डिलीवरी के लिए 5000 रुपए उधार मांगे और रुपए लेने के बाद यह कह कर छत पर चला गया कि उसका दिल घबरा रहा है और वह कुछ देर छत पर टहलना चाहता है और वहां जाकर साजिद ने दोनों बच्चों की हत्या कर दी। 

* 20 मार्च को प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) में भी 4 और 6 वर्ष के 2 मासूम बच्चों की लकड़ी के पटरे से पीट-पीट कर हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। हत्या का आरोप बच्चों की बुआ पर लगा है जिसने अपनी भाभी से अनबन के कारण यह भयानक कदम उठाया। घटना से एक दिन पहले ही ननद-भाभी के बीच कहा-सुनी हुई थी। उपरोक्त उदाहरणों से स्पष्टï है कि चंद लोग अपनी निजी शत्रुता निकालने के लिए बिना किसी दोष के मासूम बच्चों को किस प्रकार जान से मार रहे हैं। इस बुराई पर रोक लगाने के लिए इस तरह के अपराधों में संलिप्त होने वालों को कठोरतम दंड दिए जाने की जरूरत है।—विजय कुमार 


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