‘उच्च मानवीय मूल्यों के ध्वजारोही भारत में’ हो रही ‘शर्मनाक अमानवीय घटनाएं’

punjabkesari.in Sunday, Apr 07, 2024 - 04:59 AM (IST)

प्राचीन काल से ही भारत को उच्च नैतिकता और मानवीय मूल्यों के ध्वजारोही के रूप में जाना जाता है परंतु आज लोग अपने उच्च प्राचीन आदर्शों को भूल अनैतिक और अमानवीय कृत्यों में शामिल होकर मानवता को लज्जित कर रहे हैं।
यहां तक कि नारी जाति को भी ये दरिंदे अपना शिकार बना रहे हैं। स्थिति कितनी गंभीर हो चुकी है, यह इसी वर्ष के निम्न चंद उदाहरणों से स्पष्ट है : 

* 6 फरवरी, 2024 को दिल्ली के नेबसराय इलाके में सिक्किम की एक युवती से उसके ही प्रेमी ने बलात्कार करने के बाद लोहे की छड़ से उसे बुरी तरह पीटा और फिर उस पर खौलती हुई दाल उंडेल दी, जिससे उसका चेहरा और हाथ जल गए।
फिर वह युवती को तड़पती छोड़ कमरा बाहर से बंद करके चला गया। रोती-चिल्लाती युवती की चीखें किसी तरह मकान मालिक तक पहुंचीं तो उसने आकर उसे बाहर निकाला। युवती के शरीर पर चोटों के 20 निशान पाए गए। 
*  3 मार्च को शिवपुरी (मध्य प्रदेश) के ‘करैरा’ में बेखौफ बदमाशों ने एक युवक का अपहरण करने के बाद उसे बर्फ की सिल्ली पर लिटा कर गालियां बकते हुए एक घंटे तक पीटा। उससे अपने पैर धुलवाए और मुंह पर पेशाब करने का वीडियो बनाने के बाद उसे इसी हालत में सड़क पर फैंक कर फरार हो गए। 

* 20 मार्च को उज्जैन (मध्य प्रदेश) में किसी बात पर नाराज होकर एक युवक को पेड़ से बांध कर उसे जूते-चप्पलों की माला पहनाने और पेशाब पिलाने के आरोप में कुछ दबंगों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया। 
* 27 मार्च को सीतामढ़ी (बिहार) में पंचायत चुनाव की रंजिश में आधा दर्जन लोगों ने नासिर नामक एक युवक को घेर कर नंगा करने के बाद लाठियों, लोहे की छड़ों और बैल्ट से बुरी तरह पीट डाला।
* 27 मार्च को ही इंदौर (मध्य प्रदेश) के बछौड़ा गांव में होली के त्यौहार पर मामूली विवाद में एक 30 वर्षीय महिला को दिन-दिहाड़े निर्वस्त्र करके पीटने और गांव में घुमाने के आरोप में 4 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। 
* 29 मार्च को ठाणे (महाराष्ट्र) के नवी मुम्बई नगर में एक व्यक्ति को इलायची चुराने के आरोप में नंगा करके पीटने, उसे जूते चाटने के लिए मजबूर करने और उसका वीडियो बनाने के आरोप में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 

* 31 मार्च को तरनतारन (पंजाब) के कस्बा वल्टोहा निवासी युवक द्वारा पड़ोसी लड़की से प्रेम विवाह करवाने पर लड़की के परिवार के सदस्यों ने लड़के की 55 वर्षीय मां को घर से बाहर निकाल कर न सिर्फ उसके साथ मारपीट की बल्कि उसके कपड़े फाड़ डाले और नग्न अवस्था में वीडियो बनाने के बाद उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
* 31 मार्च को ही इंदौर (मध्य प्रदेश) में एक मकान मालिक और उसके बेटे ने उनके घर में किराए पर रहने वाली नॄसग की छात्रा व उसके साथ बैठ कर खाना खा रहे उसके सहपाठी की बिना किसी कारण कमरे में घुस कर पहले तो बैल्ट से और फिर कुत्ते के पट्टे से पीट कर लहू-लुहान कर दिया। इसके बाद उन्होंने छात्रा को निर्वस्त्र करके मोबाइल पर गाना बजा कर नाचने को विवश किया। दोनों पर अत्याचारों का सिलसिला पांच घंटे तक चला। 

* 2 अप्रैल को लुधियाना के ‘थाना मेहरबान’ में एक व्यक्ति ने शराब पीने से रोकने पर अपनी पत्नी का सिर जमीन पर पटक कर उसकी हत्या कर दी।
* 4 अप्रैल को सारण (बिहार) जिले के हरिहरनाथ थाना क्षेत्र के गांव अहीर पट्टी में एक युवक ने किसी विवाद के चलते अपने मित्र मोनू को बुरी तरह पीटने के बाद आग लगा कर मार डाला।
* 5 अप्रैल को मुल्लांपुर दाखा (पंजाब) में कलियुगी बेटों और बहुओं द्वारा कुछ ही दिन पूर्व विधवा हुई अपनी मां को, जो अपने पति के ‘फूल’ प्रवाहित करके लौटी थी, लाठी-डंडों से बुरी तरह पीटने के अलावा उसे बचाने आई उसकी बेटी, दामाद और मामी को भी बुरी तरह पीट कर लहूलुहान कर दिया। झारखंड की ‘कोलहन यूनिवॢसटी’ में मनोविज्ञान के प्रोफैसर डा. धर्मेंद्र कुमार के अनुसार, समाज में इस प्रकार की घटनाओं का एक बड़ा कारण आज की जटिल जीवनशैली से उपजी समस्याएं और मानसिक विकार हैं। गुस्सा, भावनाओं की प्रबलता और अव्यावहारिक इच्छाएं लोगों पर जिस तरह हावी हो रही हैं, उसका परिणाम उनमें संवेदनशीलता की कमी और ङ्क्षहसक भावना में वृद्धि के परिणामस्वरूप इस तरह की घटनाओं के रूप में सामने आ रहा है। अत: ऐसे लोगों को कठोरतम दंड देने की जरूरत है।—विजय कुमार


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