ट्रंप का लगभग 70वीं बार दावाः पाकिस्तान-भारत युद्ध मैंने खत्म करवाया, थाईलैंड और कंबोडिया पर भी साधा निशाना (Video)
punjabkesari.in Wednesday, Dec 10, 2025 - 12:08 PM (IST)
New York: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दावे को फिर से दोहराते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान में ‘‘जंग छिड़ी हुई थी'' और उन्होंने ही परमाणु हथियारों से लैस दोनों पड़ोसी देशों के बीच संघर्ष को समाप्त कराया। ट्रंप अब तक लगभग 70 बार यह दावा कर चुके हैं कि उन्होंने मई में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष को रुकवाया था। ट्रंप ने मंगलवार को पेंसिल्वेनिया के माउंट पोकोनो में अर्थव्यवस्था पर एक रैली में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘दस महीनों में मैंने आठ युद्ध समाप्त करवाए जिनमें कोसोवो (और) सर्बिया, पाकिस्तान और भारत, इजराइल और ईरान, मिस्र और इथियोपिया... आर्मेनिया और अजरबैजान शामिल हैं, वे आपस में लड़ रहे थे।''भारत ने छह और सात मई की रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया था, जिसके तहत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ढांचे को निशाना बनाया गया था।
I ended 8 wars, including India, Pakistan claims US President Donald Trump. Admits Thailand, Cambodia war has started again & "he make a phone call".pic.twitter.com/uZz4KJ0VoZ
— Sidhant Sibal (@sidhant) December 10, 2025
पहलगाम आतंकवादी हमले में 26 नागरिक मारे गए थे। भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद संघर्ष समाप्त करने के लिए 10 मई को सहमति बनी। भारत ने संघर्ष के समाधान में किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप से लगातार इनकार किया है। इसी बीच, ट्रंप ने कहा कि कंबोडिया और थाईलैंड में फिर से लड़ाई शुरू हो गई है और ‘‘कल'' वह उन देशों को फोन करेंगे। ट्रंप ने कहा, ‘‘ऐसा कौन कह सकता है कि मैं एक फोन कॉल करके थाईलैंड और कंबोडिया जैसे दो बेहद शक्तिशाली देशों के बीच जारी युद्ध को रोक दूंगा? वे आपस में लड़ रहे हैं। लेकिन मैं यह करूंगा। इसलिए हम ताकत के बल पर शांति स्थापित कर रहे हैं। हम यही कर रहे हैं।'' आव्रजन के मुद्दे पर ट्रंप ने कहा कि 50 वर्षों में पहली बार अमेरिकी नागरिकों के लिए अधिक नौकरियां, बेहतर वेतन और उच्च आय सुनिश्चित हो पा रही है, न कि अवैध प्रवासियों के लिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान, हैती, सोमालिया और कई अन्य देशों जैसे ‘‘नरक जैसे स्थानों'' से आने वाले प्रवासन पर स्थायी रोक लगाने की घोषणा की है।
पिछले महीने ट्रंप ने कहा था कि वह ‘‘तीसरी दुनिया (विकासशील/अविकसित देश) के सभी देशों'' से प्रवासन को ‘स्थायी रूप से रोक देंगे' और उन विदेशी नागरिकों को निर्वासित कर देंगे जो ‘सुरक्षा के लिए जोखिम' हैं क्योंकि उनके प्रशासन ने अफगान नागरिक रहमानुल्लाह लकनवाल द्वारा नेशनल गार्ड के एक सदस्य की हत्या के बाद आव्रजन पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। अमेरिकी नागरिकता और आव्रजन सेवा ने नए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसमें 19 उच्च जोखिम वाले देशों के नागरिकों की जांच करते समय ‘‘नकारात्मक, देश-विशिष्ट कारकों'' पर विचार करने की अनुमति दी गई है। इन देशों में अफगानिस्तान, बर्मा, बुरुंडी, चाड, कांगो गणराज्य, क्यूबा, इक्वेटोरियल गिनी, इरिट्रिया, हैती, ईरान, लाओस, लीबिया, सिएरा लियोन, सोमालिया, सूडान, टोगो, तुर्कमेनिस्तान, वेनेजुएला और यमन शामिल हैं।
