महिलाओं को हर महीने 3000 रुपये और 400 यूनिट मुफ्त बिजली... दिल्ली चुनाव में कांग्रेस ने किया बड़ा वादा
punjabkesari.in Wednesday, Dec 25, 2024 - 09:24 AM (IST)
नेशनल डेस्क: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर कांग्रेस ने अपनी चुनावी घोषणा पत्र तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है। पार्टी ने संकेत दिया है कि वह आगामी चुनावी घोषणा पत्र में महिलाओं को हर महीने 3000 रुपये देने और 400 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा कर सकती है। कांग्रेस का यह कदम आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा को चुनावी मैदान में उनके वादों के खिलाफ चुनौती देने के रूप में देखा जा रहा है।
कांग्रेस ने भाजपा और आप पर झूठे वादों का आरोप लगाया
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भाजपा और आम आदमी पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां दिल्ली की जनता को गुमराह करने के लिए झूठे वादों का सहारा ले रही हैं। उनका दावा है कि दिल्ली के लोग अब इन दोनों पार्टियों के झांसे में नहीं आएंगे, क्योंकि दोनों का पिछले 10 साल का कार्यकाल वादों की असफलता, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार से भरा हुआ है। देवेंद्र यादव ने यह भी कहा कि भाजपा और आप विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही खोखले वादे कर रहे हैं, जिनका कोई ठोस आधार नहीं है। उन्होंने यह टिप्पणी उस समय की जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भाजपा के नेताओं ने चुनावी वादों की झड़ी लगाई थी।
घोषणापत्र के लिए जनता से राय ली गई
कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र के लिए एक खास रणनीति अपनाई है। पार्टी ने दिल्ली के आम लोगों से सीधे तौर पर राय ली है कि घोषणापत्र में कौन से वादे शामिल किए जाएं। देवेंद्र यादव ने बताया कि पार्टी ने लोगों से बात की है और उनके सुझावों को घोषणापत्र में जगह देने का फैसला किया है। उनका कहना है कि पार्टी का उद्देश्य जनता की सच्ची आवाज को उठाना है, न कि किसी राजनीतिक पार्टी के दबाव में आकर खाली वादे करना।
अमित शाह के बयान पर कांग्रेस का विरोध
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष ने गृह मंत्री अमित शाह के हालिया बयान पर भी कड़ा विरोध जताया है। शाह ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर कुछ टिप्पणियां की थीं, जिनको कांग्रेस ने न्याय और समानता के सिद्धांतों पर हमला करार दिया है। यादव ने कहा कि कांग्रेस पार्टी इस बयान के खिलाफ दिल्ली के हर जिले और ब्लॉक में पदयात्रा आयोजित करेगी। इसके अलावा, उन्होंने अमित शाह से माफी मांगने और गृह मंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग भी की है।
मुस्लिम वोटबैंक को लेकर कांग्रेस की नई रणनीति
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने मुस्लिम मतदाताओं को अपने साथ जोड़ने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस ने लगभग आधे दर्जन सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारने की योजना बनाई है। इनमें ओखला, सीलमपुर, मुस्तफाबाद, बल्लीमारन, मटियामहल जैसी मुस्लिम बहुल सीटें शामिल हैं। इन सीटों पर कांग्रेस मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट देने की तैयारी कर रही है ताकि पार्टी के वोट प्रतिशत में वृद्धि हो सके। कांग्रेस का यह कदम मुस्लिम मतदाताओं को अपने पक्ष में लाने के लिए है। हालांकि, कांग्रेस केवल मुस्लिम बहुल सीटों तक ही सीमित नहीं है। पार्टी हिंदू बहुल सीटों पर भी मुस्लिम उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है। इसका मकसद कांग्रेस का वोट प्रतिशत बढ़ाना है, ताकि उसे विधानसभा चुनाव में मजबूती से खड़ा किया जा सके।
कांग्रेस का चुनावी घोषणापत्र
कांग्रेस के आगामी घोषणापत्र में महिलाओं के कल्याण और सामाजिक न्याय पर खासा ध्यान दिया जाएगा। पार्टी ने संकेत दिए हैं कि वह महिलाओं को हर महीने 3000 रुपये की राशि देने का वादा कर सकती है। इसके अलावा, पार्टी 400 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा भी कर सकती है, जिससे खासकर गरीब और मध्यवर्गीय परिवारों को राहत मिलेगी। कांग्रेस के इस कदम को दिल्ली की जनता के बीच अपनी स्थिति मजबूत करने की एक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
क्या कांग्रेस चुनावी मैदान में सफल हो पाएगी?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की यह नई रणनीति निश्चित ही भाजपा और आम आदमी पार्टी के लिए चुनौती पेश करेगी। पार्टी ने अपने घोषणापत्र में जनता से राय ली है और महिलाओं तथा गरीबों के लिए वादे किए हैं, जो सीधे तौर पर आम जनता को प्रभावित करेंगे। कांग्रेस की यह कोशिश है कि वह उन मुद्दों पर जोर दे, जो पिछले चुनावों में भाजपा और आप द्वारा उठाए गए थे, लेकिन जिनका परिणाम जनता के लिए सकारात्मक नहीं रहा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस की यह नई रणनीति चुनावी परिणामों को कैसे प्रभावित करती है, और क्या पार्टी दिल्ली की जनता का विश्वास हासिल कर पाती है या नहीं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने महिलाओं को 3000 रुपये प्रति माह और 400 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया है। कांग्रेस ने भाजपा और आम आदमी पार्टी पर झूठे वादों का आरोप लगाया है और चुनावी घोषणा पत्र तैयार करने के लिए जनता से राय ली है। पार्टी मुस्लिम वोटबैंक को मजबूत करने के लिए मुस्लिम उम्मीदवार उतारने की रणनीति पर काम कर रही है।