क्या कैलाश गहलोत भाजपा में शामिल होंगे? जानें जवाब में क्या बोले दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा
punjabkesari.in Sunday, Nov 17, 2024 - 02:03 PM (IST)
नेशनल डेस्क: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने रविवार को आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत के इस्तीफे का स्वागत करते हुए कहा कि जो कोई भी वास्तव में शहर की परवाह करता है, वह "लुटेरों के गिरोह" के साथ नहीं रह सकता। दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम में गहलोत ने अधूरे वादों और आंतरिक चुनौतियों का हवाला देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया। दिल्ली सरकार में गृह, परिवहन, आईटी और महिला एवं बाल विकास जैसे महत्वपूर्ण विभागों को संभाल चुके गहलोत लंबे समय से आप के सदस्य रहे हैं।
कैलाश गहलोत के इस्तीफे का स्वागत करता हूं- सचदेवा
सचदेवा ने कहा, "मैं कैलाश गहलोत के इस्तीफे का स्वागत करता हूं और साथ ही, उन्होंने जो मुद्दे उठाए हैं, वे वही हैं जिन्हें भाजपा लगातार दिल्ली की जनता की आवाज के रूप में उठाती रही है।" आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को लिखे गए गहलोत के इस्तीफे में पार्टी की कई समस्याओं को उजागर किया गया है, जिसमें दिल्लीवासियों से किए गए वादों को पूरा करने में पार्टी की विफलता भी शामिल है।
"शीशमहल" (भाजपा द्वारा पुनर्निर्मित मुख्यमंत्री आवास के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द) जैसे विवादों का जिक्र करते हुए गहलोत ने लिखा, "ये विवाद लोगों को संदेह में डालते हैं कि क्या हम अभी भी आम आदमी होने में विश्वास करते हैं।" उन्होंने यमुना नदी की बिगड़ती स्थिति की ओर भी इशारा किया, जिसे साफ करने का वादा पार्टी ने किया था। गहलोत ने लिखा, "राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं ने लोगों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को पीछे छोड़ दिया है। यमुना अब शायद पहले से कहीं अधिक प्रदूषित हो गई है।"
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने आप पर लगाए गंभीर आरोप
इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए सचदेवा ने आप सरकार पर दिल्ली के नागरिकों को निराश करने का आरोप लगाया। उन्होंने केजरीवाल पर अपना ध्यान भटकाने और शासन की जगह विलासिता को प्राथमिकता देने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, "हम पहले दिन से ही कह रहे थे कि केजरीवाल ने जो 'शीशमहल' और विलासिता जुटाई है, वह उनके ताबूत में आखिरी कील साबित होगी और ऐसा ही होने जा रहा है। कैलाश गहलोत ने बस इसका संकेत दिया है।" उन्होंने कहा, "यमुना हमारी जीवन रेखा है, लेकिन केजरीवाल के शासन में इसके पुनरुद्धार के लिए 8,500 करोड़ रुपये आवंटित किए जाने के बावजूद यह गंदे नाले में तब्दील हो गई है। कैलाश गहलोत की चिंताएं दिल्लीवासियों की भावनाओं को दर्शाती हैं, जिसकी मांग भाजपा लंबे समय से कर रही है।"
क्या बीजेपी में शामिल होंगे कैलाश गहलोत?
अटकलें लगाई जा रही हैं कि गहलोत अपने इस्तीफे के बाद भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस पर बात करते हुए सचदेवा ने कहा, "फैसला कैलाश गहलोत को करना है, लेकिन जनता की चिंताओं के बारे में उनकी ईमानदार अभिव्यक्ति सराहनीय है।" सचदेवा ने आप के खिलाफ अपनी पार्टी के रुख को दोहराया और इसे "लुटेरों का गिरोह" बताया। उन्होंने कहा, "हर ईमानदार व्यक्ति जो दिल्ली से सच्चा प्यार करता है और इसके कल्याण के लिए काम करता है, वह लुटेरों के गिरोह के साथ नहीं रहेगा।" गहलोत का इस्तीफा विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी आप के लिए बड़ा झटका है। आलोचकों ने पार्टी की आंतरिक एकता बनाए रखने और अपने वादों को पूरा करने की क्षमता पर सवाल उठाए हैं।