POK है क्या? ये बना कैसे? और क्यों ये भारत-पाक के बीच विवाद का सबसे बड़ा कारण बना हुआ है?
punjabkesari.in Tuesday, May 13, 2025 - 01:09 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति में अक्सर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) का उल्लेख होता है। यह क्षेत्र कश्मीर के 78,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्रफल पर फैला हुआ है, जिसे पाकिस्तान 'आजाद कश्मीर' के रूप में प्रस्तुत करता है। हालांकि, भारत इसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) मानता है। आइए जानते हैं कि यह PoK कैसे अस्तित्व में आया और इसकी वर्तमान स्थिति क्या है।
तो सवाल उठता है- POK है क्या? ये बना कैसे? और क्यों ये भारत-पाक के बीच विवाद का सबसे बड़ा कारण बना हुआ है?
आज जो POK है, वो कभी भारत का ही हिस्सा था
1947 में जब भारत आजाद हुआ, तो वह 500 से ज्यादा रियासतों में बंटा था। इनमें से अधिकतर रियासतों ने या तो भारत में विलय कर लिया या पाकिस्तान में, लेकिन कुछ रियासतें तटस्थ रहीं। उन्हीं में से एक थी जम्मू-कश्मीर, जहां मुस्लिम आबादी बहुसंख्यक थी, लेकिन राजा हरि सिंह हिंदू थे। उन्होंने न तो भारत में शामिल होना चाहा और न पाकिस्तान में। उनकी मंशा थी कि जम्मू-कश्मीर एक स्वतंत्र रियासत बना रहे।
पाकिस्तान ने भेजे कबायली लड़ाके
22 अक्टूबर 1947 को पाकिस्तान ने अपनी मंशा जाहिर कर दी। उसने हजारों कबायली लड़ाकों को कश्मीर भेजा, जिनका उद्देश्य था कश्मीर को जबरन पाकिस्तान में मिलाना। इस हमले में पाकिस्तान की सेना और सरकार का पूरा समर्थन था। धीरे-धीरे इन कबायलियों ने कश्मीर के कई हिस्सों पर कब्जा कर लिया। हालात बिगड़ते देख महाराजा हरि सिंह ने भारत से मदद मांगी और 27 अक्टूबर 1947 को कश्मीर भारत में विलय हो गया।
भारत ने संभाली कमान, सेना ने मोर्चा संभाला
विलय के साथ ही भारतीय सेना ने मोर्चा संभाला और पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ना शुरू किया। लेकिन इसी दौरान भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने यह मसला संयुक्त राष्ट्र में उठाया।
संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर विवाद
संयुक्त राष्ट्र में कश्मीर को लेकर चार प्रमुख प्रस्ताव आए:
-
प्रस्ताव 38 (1 जनवरी 1948): दोनों देशों से स्थिति सामान्य करने की अपील।
-
प्रस्ताव 39 (20 जनवरी 1948): भारत-पाक के साथ वार्ता के लिए तीन सदस्यीय समिति के गठन की बात।
-
प्रस्ताव 47 (21 अप्रैल 1948): कश्मीर में जनमत संग्रह की सिफारिश—लेकिन शर्त थी कि पाकिस्तान अपने कबायलियों को हटाए।
-
प्रस्ताव 51 (3 जून 1948): भारत-पाक में यूएन कमीशन भेजने की बात।
इस दौरान पाकिस्तानी कबायलियों ने कश्मीर के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया। इसी कब्जे वाले हिस्से को आज पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर या PoK कहा जाता है।
आज का POK: दो हिस्सों में बंटा
पीओके दो प्रमुख भागों में बंटा है:
-
आजाद कश्मीर – पाकिस्तान इसे 'आजाद' कहता है, लेकिन यहां की सरकार पूरी तरह पाकिस्तान के नियंत्रण में है।
-
गिलगित-बाल्टिस्तान – 1949 में 'कराची समझौते' के तहत इसे पाकिस्तान ने सीधे अपने अधीन ले लिया।
यह इलाका बेहद संवेदनशील है क्योंकि इसकी सीमाएं भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और चीन से लगती हैं। सामरिक दृष्टि से यह क्षेत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है।
POk का क्षेत्रफल और चीन को सौंपा हिस्सा
भारत सरकार के अनुसार, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के लगभग 78,000 वर्ग किलोमीटर इलाके पर अवैध कब्जा कर रखा है। इसके अलावा 1963 में पाकिस्तान ने गिलगित-बाल्टिस्तान का 5,180 वर्ग किलोमीटर हिस्सा चीन को सौंप दिया, जिसे हम अक्साई चिन के नाम से जानते हैं।
वर्तमान स्थिति: POK में पाकिस्तान का दखल
POK में दिखने को भले ही एक अलग सरकार, विधानसभा, हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट हों, लेकिन कोई भी फैसला पाकिस्तान सरकार की मर्जी के बिना नहीं लिया जाता। यहां की लोकतांत्रिक व्यवस्था दिखावटी है और प्रशासनिक तौर पर पूरा नियंत्रण इस्लामाबाद के पास है।