Video Viral : ''साहब मेरे नवजात बच्चे को ज़िंदा कर दो'' रोते- रोते बेबस पिता ने लगाई जिलाधिकारी से गुहार, मामला सुनकर रह जाएंगे दंग
punjabkesari.in Friday, Aug 22, 2025 - 06:38 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले से एक बेहद दर्दनाक और दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पिता अपने नवजात बच्चे का शव एक थैले में लेकर जिलाधिकारी (DM) कार्यालय पहुंचा। रोते हुए उसने गुहार लगाई, "साहब, मेरे बच्चे को जिंदा कर दीजिए," और साथ ही डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
भीरा थाना क्षेत्र के रहने वाले विपिन गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपनी गर्भवती पत्नी रूबी को महेवागंज स्थित गोलदार हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। विपिन का आरोप है कि डिलीवरी के दौरान पत्नी की हालत बिगड़ने लगी। डॉक्टरों ने तुरंत उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
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उत्तर प्रदेश📍
— Priya singh (@priyarajputlive) August 22, 2025
लखीमपुर खीरी में निजी अस्पताल के लापरवाह के कारण एक नवजात बच्चे की जान चली गईं ।
नवजात बच्चे का शव झोले में लेकर डीएम कार्यालय पहुंचा पिता, अफसरों से लगाई न्याय की गुहार pic.twitter.com/CtZldvDqZD
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विपिन का आरोप है कि दूसरे अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान पता चला कि बच्चे की पेट में ही मौत हो चुकी थी। उनका कहना है कि गोलदार हॉस्पिटल के डॉक्टर इलाज करने की बजाय लगातार उनसे पैसे की मांग करते रहे, जिसकी वजह से बच्चे की जान चली गई। विपिन ने आरोपियों पर भ्रूण हत्या और मरीज की जान जोखिम में डालने का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है।
अस्पताल पर हुई बड़ी कार्रवाई
विपिन गुप्ता जब नवजात का शव थैले में लेकर शुक्रवार दोपहर डीएम कार्यालय पहुंचे, तो वहां हड़कंप मच गया. इस मामले का तुरंत संज्ञान लिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) संतोष गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह की मौजूदगी में गोलदार हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है।सीएमओ ने बताया कि गोलदार हॉस्पिटल में भर्ती अन्य मरीजों को भी इलाज के लिए जिला महिला अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। इस घटना ने निजी अस्पतालों की कार्यप्रणाली और स्वास्थ्य सेवाओं पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।