कर्ज से परेशान होकर पूरे परिवार ने खाया जहर, 2 बेटियों की मौत...
punjabkesari.in Friday, Jul 18, 2025 - 11:38 PM (IST)

नेशनल डेस्क: बिहार के नालंदा जिले के पावापुरी में कर्ज से परेशान एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ जहर खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया। इस हृदय विदारक घटना में उनकी दो बेटियों की मौत हो गई, जबकि पति-पत्नी और एक बेटे की हालत नाजुक बनी हुई है।
क्या है पूरा मामला?
पावापुरी थाना क्षेत्र के पूरी गांव में जल मंदिर के पास धर्मेंद्र कुमार किराए के मकान में रहकर 'काली मां साड़ी सेंटर' नामक दुकान चलाते थे। शुक्रवार को धर्मेंद्र ने अपनी 38 वर्षीय पत्नी सोनी कुमारी, 14 वर्षीय बेटी दीपा, 16 वर्षीय बेटी अरिका और 15 वर्षीय बेटा शिवम के साथ सल्फास की गोली खा ली। इलाज के दौरान दीपा और अरिका की दर्दनाक मौत हो गई।
छोटा बेटा बच गया
धर्मेंद्र के परिवार में तीन बेटियां और दो बेटे हैं। उनका सबसे छोटा बेटा, 7 वर्षीय सत्यम, इस घटना में बाल-बाल बच गया। सत्यम ने बताया कि उसके पिता ने उसकी मां, दो बहनों और भाई को जहर खाने के लिए मजबूर किया। उसे भी सल्फास की गोली दी गई थी, लेकिन उसने नहीं खाई।
कहां और कैसे हुआ हादसा?
घटना उस समय हुई जब पूरी गांव में काली मंदिर के स्थापना दिवस पर पूजा-अर्चना चल रही थी। मंदिर से कुछ ही दूरी पर एक खुले खेत में धर्मेंद्र ने पूरे परिवार को जहर खिलाया। जहर खाने के बाद सभी तड़पने लगे।
मदद के लिए फोन और अस्पताल में भर्ती
तड़पते हुए सोनी कुमारी ने बादशाह कोचिंग सेंटर के संचालक मधुरंजन को फोन कर बताया कि उन्होंने परिवार सहित जहर खा लिया है और अपने छोटे बेटे सत्यम की देखभाल करने की गुहार लगाई। मधुरंजन तुरंत मौके पर पहुंचे और सभी को विम्स अस्पताल ले गए, जहां उनका इलाज चल रहा है।
कर्ज और मानसिक दबाव बना कारण
सत्यम ने बताया कि शेखपुरा जिले के कुछ लोग ब्याज की रकम न चुकाने पर उनके माता-पिता को गाली-गलौज और धमकी दे रहे थे। खासकर रामू नामक एक व्यक्ति घर आकर उन्हें अपमानित करता था। सत्यम के अनुसार, इसी मानसिक दबाव के कारण परिवार ने यह खौफनाक कदम उठाया।
पुलिस कर रही है जांच
घटना की सूचना मिलते ही राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जांच के बाद ही घटना के सटीक कारणों का पता चलेगा।