इस गांव में घर बनाने से पहले नीम लगाने की परंपरा, अब तक लग चुके 1500 पेड़

punjabkesari.in Sunday, Aug 04, 2024 - 10:16 AM (IST)

नेशनल डेस्क. चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा तहसील के उंखलिया गांव में घर बनाने से पहले नीम का पेड़ लगाने की परंपरा है। यह परंपरा 70 साल से चली आ रही है और इसकी वजह से गांव के आस-पास 1500 से अधिक नीम के पेड़ लग चुके हैं। पहले इस गांव के पास गंभीरी नदी थी, जिससे बाढ़ का खतरा होता था। गांव की गलियां संकरी थीं, गर्मी में जमीन तपती थी और गर्म हवाओं के साथ धूल उड़ती रहती थी। लेकिन आजकल गांव की सुंदरता और हरियाली आसपास के गांवों को भी आकर्षित कर रही है।

उंखलिया गांव में 400 परिवार रहते हैं और यहां घरों के अंदर और बाहर कुल मिलाकर 1500 नीम के पेड़ लगे हुए हैं। गांव में नीम के पेड़ लगाने की परंपरा के पीछे कारण है कि नीम में औषधीय गुण होते हैं। सरपंच ऊंकार लाल धाकड़ और निम्बाहेड़ा के प्रधान बगदीराम धाकड़ बताते हैं कि आजादी के समय बुजुर्गों ने जीवनरक्षक पेड़ों के प्रति प्रेम की यह परंपरा शुरू की थी और इसे भविष्य में भी जारी रखने का संकल्प लिया है। अब गांववाले नीम के पेड़ों के नीचे योग करते हैं, दिन में चर्चाएं होती हैं और आराम करते हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, नीम बैक्टीरिया को रोकता है और इससे कई औषधीय नुस्खे भी बनते हैं। इसके अलावा नीम पर विषैले जीव नहीं रहते हैं, जो इसे और भी फायदेमंद बनाता है।


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Content Editor

Parminder Kaur

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