भारत बनेगा ‘चिप हब’! फॉक्सकॉन लगाएगी 3,700 करोड़ का प्लांट, Apple भारत में दोगुना करेगा मैन्युफैक्चरिंग

punjabkesari.in Saturday, May 17, 2025 - 01:34 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत सरकार ने ताइवानी टेक कंपनी फॉक्सकॉन को उत्तर प्रदेश में 3,700 करोड़ रुपये के निवेश से सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की मंजूरी दे दी है। यह प्लांट नोएडा के पास बन रहे जेवर एयरपोर्ट के नजदीक स्थापित किया जाएगा। यह प्रोजेक्ट भारत की मशहूर आईटी कंपनी एचसीएल ग्रुप के साथ एक संयुक्त उद्यम (JV) है। यह संयंत्र साल 2027 तक पूरी तरह से चालू हो जाएगा। यह यूनिट एक OSAT (Outsourced Semiconductor Assembly and Testing) सुविधा होगी। इसका मतलब है कि यहां बड़े पैमाने पर चिप्स की टेस्टिंग और पैकेजिंग की जाएगी। इन चिप्स का इस्तेमाल स्मार्टफोन, लैपटॉप, पीसी, ऑटोमोबाइल और अन्य डिजिटल डिवाइसेज़ में होने वाले डिस्प्ले ड्राइवर्स को पावर देने में होगा। जब यह यूनिट पूरी तरह से चालू हो जाएगी, तो यह हर महीने लगभग 20,000 वेफ़र्स का उत्पादन कर पाएगी। इससे तैयार होने वाली चिप यूनिट्स की अनुमानित संख्या 36 मिलियन प्रति माह होगी।

सरकार की मदद और भारत सेमीकंडक्टर मिशन

भारत सरकार ने इस योजना को भारत सेमीकंडक्टर मिशन के तहत हरी झंडी दी है। यह मिशन कुल 76,000 करोड़ रुपये का है, जिसका मकसद भारत को वैश्विक सेमीकंडक्टर हब बनाना है। इस योजना के तहत फॉक्सकॉन को कुल लागत का 50% तक सरकार की ओर से वित्तीय सहायता मिल सकती है। हालांकि अभी प्रोत्साहन राशि के बारे में विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है।

एप्पल की भारत में विनिर्माण रणनीति को मिलेगा बढ़ावा

फॉक्सकॉन का नया निवेश सिर्फ भारत के लिए नहीं, बल्कि Apple के लिए भी बेहद अहम है। एप्पल पहले से ही भारत में iPhone का उत्पादन कर रहा है और अब वह अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को दोगुना करने की योजना बना रहा है। चीन में बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के चलते एप्पल और कई अन्य कंपनियां अपनी सप्लाई चेन को विविधता देने के लिए भारत जैसे विकल्पों पर जोर दे रही हैं।
एप्पल भारत में iPhone के अलावा AirPods और स्मार्ट वियरेबल्स का भी उत्पादन बढ़ा रहा है।

फॉक्सकॉन का दूसरा प्रयास, पहले वेदांता के साथ हुआ था समझौता विफल

यह पहली बार नहीं है जब फॉक्सकॉन ने भारत में सेमीकंडक्टर सेक्टर में कदम रखा है। इससे पहले कंपनी ने वेदांता ग्रुप के साथ एक साझेदारी की थी जो आगे नहीं बढ़ पाई थी। अब एचसीएल के साथ यह नया प्रयास भारत के लिए तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सेमीकंडक्टर निर्माण दुनिया के सबसे जटिल तकनीकी उद्योगों में गिना जाता है और फॉक्सकॉन की यह पहल भारत को भविष्य में एक टेक्नोलॉजी हब बनाने में मदद कर सकती है।

यूपी बनेगा नया टेक्नोलॉजी गेटवे

नोएडा और जेवर जैसे क्षेत्र अब सिर्फ रियल एस्टेट नहीं, बल्कि हाईटेक मैन्युफैक्चरिंग का भी केंद्र बनते जा रहे हैं। फॉक्सकॉन की यह यूनिट यूपी की छवि को बदलने वाली साबित हो सकती है। आने वाले समय में इस फैसले से राज्य में हजारों लोगों को रोजगार मिलने की भी उम्मीद है।

 

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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