कनाडा में खालिस्तान रेफरैंडम के लिए निर्धारित दूसरा स्थल भी विवाद में
punjabkesari.in Friday, Sep 08, 2023 - 06:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कनाडा में सरी के सरकारी स्कूल में प्रस्तावित खलिस्तान रेफरैंडम के रद्द किए जाने के बाद खलिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू और उसके गुर्गों द्वारा रेफरैंडम के लिए निर्धरित किए गए दूसरे स्थान को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया है। स्कूल में रेफरैंडम रद्द होने के बाद इसका स्थान बदल कर गुरुनानक सिख गुरुद्वारा सरी कर दिया गया था लेकिन ये गुरुद्वारा कनाडा के डॉरेक्टारेट ऑफ चैरिटी के पास एक चौरिटी संस्था के तौर पर रजिस्टर्ड है और गरुद्वारा साहिब के फंडों का इस्तेमाल गैर चैरिटी कार्यों के लिए नहीं हो सकता। इसी को आधार बना कर कनाडा के रेडियो और टीवी पत्रकार जोगिंद्र बासी और गुरभेज सिद्धू ने डॉरेक्टारेट ऑफ चैरिटीज को इसकी शिकायत कर दी है।
रैफरैंडम चैरिटी की गतिविधि नहीं
यह वही गुरुद्वारा है जिसके बाहर खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की 19 जून को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रेफरैंडम के पोस्टर में हरदीप सिंह निज्जर के साथ-साथ तलविंदर सिंह परमार की फोटो भी लगाई है, जो कनिष्क बम कांड का आरोपी है, जिसमें 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी। जोगिंद्र बासी और गुरभेज सिद्धू ने अपनी शिकायत में लिखा है कि रैफरैंडम चैरिटी की गतिविधि नहीं है और यह किसी देश की संप्रभुता के मामले में सीधा दखल है।
चैरिटी फंड के दुरुपयोग का आरोप
ये एक अलगाववादी गतिविधि है गुरुद्वारा साहब का चैरिटी फंड इस गतिविधि के पोस्टर बैनर बोर्ड और रेडियो विज्ञापन के लिए किया जा रहा है ये पोस्टर और बैनर गुरुद्वारा साहब का फंड खर्च करके ब्रिटिश कोलंबिया के कई हिस्सों में लगाए गए हैं। इन पर 1 लाख डॉलर से ज्यादा का खर्च आया है और यह चैरिटी फंड का दुरुपयोग है। इसके साथ ही शिकायत में पन्नू द्वारा छापे गए बैनर और पोस्टर की नई फोटो व स्कूल में रद्द हुए रैफरैंडम की जानकारी भी दी गई है और स्कूल को जोगिंद्र बासी द्वारा लिखे गए पत्रों की प्रति भी लगाई गई है।
पंजाब फाउंडेशन ने भी जताई आपत्ति
पंजाब फाउंडेशन ने इस पर भी कड़ी आपत्ति जाहिर की है और कनाडा सरकार से फिर अनुरोध किया है कि इस धार्मिक स्थल पर भी रैफरैंडम करने की इजाजत न दी जाए। फाउंडेशन का कहना है कि गुरुद्वारे के परिसर में जीएन सिख प्री-स्कूल भी है और वहां कार्यक्रम आयोजित करने से छात्रों पर संभावित रूप से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने ब्रिटिश कोलंबिया की शिक्षा और बाल देखभाल मंत्री रचना सिंह से उस गुरुद्वारे में खालिस्तान कार्यक्रम की अनुमति नहीं देने की मांग की है, जो धर्मार्थ उद्देश्यों के लिए कनाडा राजस्व एजेंसी के साथ पंजीकृत है।