'26/11 आतंकी हमले से कुछ दिन पहले मुंबई में रुका था तहव्वुर राणा', पुलिस ने कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट
punjabkesari.in Tuesday, Sep 26, 2023 - 04:30 PM (IST)

नेशनल डेस्क: मुंबई क्राइम ब्रांच ने सोमवार को 26/11 आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के खिलाफ 400 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की, जो इस मामले में चौथा आरोप पत्र है। इस चार्जशीट में बताया गया है कि तहव्वुर राणा आतंकी हमले से पहले कुछ दिन मुंबई में रुका था। चार्जशीट के मुताबिक तहव्वुर राणा हमलों से पहले 21 नवंबर तक दो दिन के लिए पवई उपनगर में स्थित होटल में ठहरा था। तहव्वुर राणा वर्तमान में अमेरिका की लॉस एंजेलिस जेल में बंद है।
राणा ने दो दिन पवई के रेनेसां होटल में बिताए
फिलहाल अमेरिका में हिरासत में रह रहे राणा पर मुंबई हमलों में शामिल होने के कई आरोप लगे हैं और माना जाता है कि वह 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमेन हेडली से जुड़ा हुई था। आरोपपत्र में उल्लेख किया गया है कि तहव्वुर हुसैन राणा 11 नवंबर, 2008 को भारत आया था और 21 नवंबर तक देश में रहा। मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि उसने दो दिन पवई के रेनेसां होटल में बिताए।
उन्होंने कहा, “हमें राणा के खिलाफ दस्तावेजी साक्ष्य और कुछ बयान मिले हैं जिनमें साजिश में उसकी भूमिका पता चलती है। दस्तावेजी साक्ष्य से पता चलता है कि राणा 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली के साथ साजिश में सक्रिय रूप से शामिल था।” अधिकारी ने कहा कि उसने (राणा ने) फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हेडली को भारतीय पर्यटक वीजा दिलाने में मदद की थी। उन्होंने कहा कि राणा ने कथित तौर पर 26/11 के आतंकवादी हमलों को अंजाम देने में लश्कर-ए-तैयबा की मदद की थी।
उन्होंने कहा, ''अपराध शाखा को हेडली और राणा के बीच ईमेल संवाद मिला है।'' उन्होंने कहा कि 26/11 के आतंकवादी हमलों से संबंधित ईमेल में से एक में हेडली ने मेजर इकबाल की ईमेल आईडी के बारे में पूछा था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के लिए काम करने वाले मेजर इकबाल को 26/11 आतंकी साजिश मामले में आरोपी के रूप में नामजद किया गया है।
हमले में 166 लोगों ने गंवाईं दी जान
उल्लेखनीय है कि 26 नवंबर 2008 को समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से आए 10 आतंकवादियों ने मुंबई में सिलसिलेवार हमले किए थे, जिसमें 166 लोगों की मौत हो गई थी। इन 10 आतंकवादियों में अजमल कसाब भी शामिल था, जिसे जिंदा पकड़ लिया गया था और फिर उसके खिलाफ मुकदमा चलाया गया था। विशेष अदालत ने उसे मौत की सजा सुनाई थी। दोषी करार दिए जाने के दो साल बाद नवंबर 2012 में पुणे की यरवदा केंद्रीय जेल में उसे फांसी दे दी गई थी।