पैरों में सूजन, दर्द और लालिमा को न करें नजरअंदाज! ये हो सकते हैं गंभीर बीमारी का संकेत
punjabkesari.in Friday, Oct 31, 2025 - 10:28 AM (IST)
नेशनल डेस्क। हमारे पैर शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक हैं क्योंकि ये न केवल हमें गतिशीलता (Mobility) प्रदान करते हैं बल्कि पूरे शरीर का संतुलन और सहारा भी बनाए रखते हैं। पैरों की अनदेखी करना भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को न्योता दे सकता है। दिल्ली के एलएनजेपी हॉस्पिटल की पेन कंसल्टेंट डॉ. भुवना आहुजा ने बताया कि पैरों पर दिखने वाले कुछ सामान्य बदलाव दरअसल अंदरूनी बीमारी के गंभीर संकेत हो सकते हैं जिन्हें समय रहते पहचानना बहुत ज़रूरी है।
पैरों से मिलने वाले बीमारी के अहम संकेत
डॉ. भुवना आहुजा के अनुसार अगर इन संकेतों को समझा जाए और सही समय पर इलाज शुरू किया जाए तो कई बड़ी और गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है:
1. पिंडलियों में लंबे समय तक दर्द
पिंडलियों (Calves) में दर्द आमतौर पर विटामिन डी की कमी या सामान्य थकावट के कारण हो सकता है। अगर यह दर्द लंबे समय तक बना रहता है तो यह क्लॉडिकेशन या पेरिफेरल आर्टरीज डिजीज (Peripheral Arteries Disease - PAD) का संकेत हो सकता है। इसमें पैरों की धमनियों (Arteries) में रक्त का प्रवाह (Blood Flow) कम हो जाता है जिससे चलते समय या आराम करते समय दर्द होने लगता है।

2. पैरों में सूजन और चलने में तकलीफ
पैरों में सूजन (Swelling) आना खासकर टखनों (Ankles) में कई कारणों से हो सकता है। यह किसी खास विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है जिससे चलने-फिरने में भी तकलीफ होती है। यह शरीर में पानी जमा होने (Fluid Retention) या थायरॉइड जैसी गंभीर बीमारी का भी संकेत हो सकता है जिस पर तुरंत ध्यान देना आवश्यक है।

3. पैरों में जलन, गर्मी और लालिमा
अगर आपके पैर अपने आप गर्म हो रहे हैं उनमें जलन महसूस हो रही है और वे लाल पड़ रहे हैं तो इसे बिल्कुल भी अनदेखा न करें। डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (नस के अंदर रक्त का थक्का बनना) का संकेत हो सकता है। यह एक गंभीर स्थिति है जिसके कारण पैर लाल हो जाते हैं और उनमें आग जैसी जलन महसूस होती है। ऐसी स्थिति में तुरंत किसी विशेषज्ञ (Expert) डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।
4. हाथ-पैरों का लगातार ठंडा रहना
यदि आपके हाथ और पैर अधिक समय तक ठंडे रहते हैं तो यह भी एक गंभीर बीमारी का संकेत माना जा सकता है। ऐसा कई बार कम रक्तचाप (Low Blood Pressure) की वजह से भी हो सकता है क्योंकि शरीर के निचले हिस्सों तक रक्त का संचार ठीक से नहीं हो पाता।
