पोस्टमार्टम करवाने के लिए करता रहा जद्दोजहद, हाथ जोड़ मांगता रहा रहम की भीख लेकिन...

punjabkesari.in Friday, Oct 28, 2016 - 08:08 AM (IST)

चंडीगढ़ (कुलदीप): सड़क हादसे में मौत के बाद मृतक का भाई 3 दिन तक पोस्टमार्टम करवाने के लिए कड़ी जद्दोजहद करनी पड़ी। मिन्नतें करता रहा, गिड़गिड़ाता रहा, हाथ जोड़ रहम की भीख मांगता रहा, 900 किलोमीटर दूर घर में बूढ़े मां-बाप भी बेटे की मौत के बाद सदमे के चलते अस्पताल में भर्ती होने का वास्ता भी दिया गया लेकिन पंचकूला पुलिस का दिल नहीं पसीजा। हर बार यही जवाब मिला कि आई. ओ बिजी हैं, फ्री होंगे तो ही शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम होगा, इंतजार करो।  

 

40 वर्षीय नर सिंह 6 वर्ष पहले उत्तरप्रदेश के अमेठी जिले से रोजगार के लिए चंडीगढ़ आया था। दो वर्ष बाद छोटे भाई महिपाल को भी यहीं बुला लिया। वर्ष 2014 में पत्नी व दो बच्चों को भी यहीं ले आया। सब कुछ ठीक चल रहा था कि 22 अक्तूबर की रात सकेतड़ी में महिपाल को सड़क पार करते वक्त बाइक सवारों ने टक्कर मार दी, जिसमें उसके सिर में गहरी चोट आई थी। पहले उसे पंचकूला के सिविल अस्पताल भर्ती किया गया, जिसके बाद बिगड़ती हालात को देख उसे पी.जी.आई. रैफर कर दिया गया था, जहां डाक्टरों ने बताया कि नर सिंह का ब्रेन डैड हो चुका है। 24 अक्तूबर को महिपाल को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया था। 

 

पुलिस ने बयान तक नहीं लिए  : पंचकूला अस्पताल में एम.एल.सी. केस और पुलिस को भी सूचित कर दिया गया था। बाइक सवार भी घायल था और उसका भी मैडीकल लीगल केस बना कर ही इलाज शुरू किया गया था, जिसकी सूचना तुरंत संबंधित पुलिस थाने को दे दी गई थी। हादसे के बाद नर सिंह की मौत हो जाने तक कोई पुलिस वाला अस्पताल नहीं पहुंचा और न ही बाइक सवार के बयान लेने की जहमत ही मनसा देवी पुलिस थाने ने उठाई। महिपाल की मौत के बाद उसके भाई नर सिंह की जद्दोजहद शुरू हुई। भाई का शव लेने के लिए उसे तीन दिन तक अस्पताल और थाने के चक्कर काटने पड़े। वह पुलिस थाने जाकर गुहार लगता रहा, ‘साहब कागजी कार्रवाई कर शव दिलवा दो, अमेठी संस्कार के लिए लेकर जाना है। 


मां-बाप भी मौत की खबर सुन सदमे हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। बीवी और बच्चे भी बिलख रहे हैं।’  26 अक्तूबर की सुबह कुछ जानकारों को साथ लेकर जाने पर एक सीनियर पुलिसकर्मी ने जूनियर को आदेश दिए कि मामला जल्दी सुलझाओ। मृतक के बड़े भाई नर सिंह ने आरोप लगाया कि भाई की मौत के बाद 25 तारीख की सुबह उन्होंने मनसा देवी थाने में जाकर गुहार लगाई कि साहब, पुलिस कार्रवाई जल्द पूरी करवाकर बॉडी जल्दी दिलवा दो। मनसा देवी पुलिस स्टेशन से पहले जवाब मिला कि अभी आई.ओ. नहीं आया है। इसके बाद पी.जी.आई. में आधे दिन के इंतजार करने के बाद आए पुलिसकमियों ने पोस्टमार्टम करवाकर शव नर सिंह को सौंपा। 


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