BSF Jawan Missing: श्रीनगर में गायब हुआ BSF जवान, सुरक्षाबलों में मचा हड़कंप
punjabkesari.in Friday, Aug 01, 2025 - 01:50 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील क्षेत्र श्रीनगर से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक जवान अचानक बिना किसी सूचना के लापता हो गया है। यह मामला न केवल सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर रहा है, बल्कि बीएसएफ की आंतरिक व्यवस्थाओं और निगरानी प्रणाली पर भी कई सवाल खड़े कर रहा है।
रात के अंधेरे में जवान गायब
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीएसएफ की 60वीं बटालियन में तैनात जवान सुगम चौधरी 31 जुलाई 2025 की रात को अपने मुख्यालय पंथाचौक से अचानक गायब हो गए। जवान के अचानक लापता हो जाने की खबर मिलते ही सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासन चौकन्ना हो गया। तुरंत स्थानीय इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया गया, लेकिन 24 घंटे बीत जाने के बाद भी उनका कोई सुराग नहीं मिला है।
पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज
बीएसएफ यूनिट ने इस घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस थाने, पंथाचौक को दी, जिसके बाद जवान की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। अब बीएसएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस मिलकर इस मामले की संयुक्त जांच कर रही है और जवान की तलाश में सभी संभावित पहलुओं को खंगाला जा रहा है।
पहली बार नहीं हुई ऐसी घटना
यह मामला जितना चिंताजनक है, उतना ही नया भी नहीं है। बीते कुछ वर्षों में बीएसएफ जवानों के लापता होने की घटनाएं दोहराई जा रही हैं:
दिसंबर 2023 में भी एक जवान उस वक्त लापता हो गया था जब वह छुट्टी के बाद ड्यूटी पर लौट रहा था।
मई 2024 में जम्मू में एक असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) भी रहस्यमयी हालात में गायब हो गया था।
इन घटनाओं ने आंतरिक सुरक्षा, निगरानी व्यवस्था और जवानों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
किन पहलुओं की जांच जारी?
फिलहाल जांच अधिकारी इस बात की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं कि जवान की गायब होने के पीछे कोई सुरक्षा संबंधी खतरा, मानसिक दबाव, या व्यक्तिगत कारण है या नहीं। तलाशी अभियान में तकनीकी मदद भी ली जा रही है और जवान के मोबाइल फोन, आखिरी लोकेशन और सोशल मीडिया गतिविधियों की गहन जांच की जा रही है।
क्या जवान की जान को खतरा है?
जवान की पोस्टिंग जिस इलाके में थी, वह आतंकवाद और घुसपैठ की घटनाओं के लिए संवेदनशील माना जाता है। ऐसे में यह भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं जवान आतंकी गतिविधियों का निशाना तो नहीं बना? हालांकि अब तक ऐसा कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है, लेकिन सभी संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए जांच आगे बढ़ाई जा रही है।