चीन के अनुसंधान पोत को एंट्री देने का विचार कर रहा श्रीलंका, बढ़ सकती है भारत की टेंशन
punjabkesari.in Thursday, Aug 24, 2023 - 01:12 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः श्रीलंका अनुसंधान से जुड़े एक पोत को देश में आने देने संबंधी चीन के अनुरोध पर विचार कर रहा है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता प्रियंगा विक्रमसिंघे ने बुधवार को यह जानकारी दी। उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘यहां चीनी दूतावास ने एक अर्जी दी है और मंत्रालय फिलहाल इस पर गौर कर रहा है।'' उन्होंने कहा कि पोत की यह यात्रा कब होगी अभी यह तारीख तय नहीं है। चीनी पोत ‘शी यान6' के समुद्री अनुसंधान गतिविधियों के लिए यहां अक्टूबर में पहुंचने की संभावना है। इसे अनुसंधान-सर्वेक्षण पोत बताया जा रहा है और इसकी क्षमता 1115 डीडब्ल्यूटी है।
मीडिया की खबरों में कहा जा रहा है कि भारत की ओर से संभावित चिंताएं उठाए जाने को लेकर विदेश कार्यालय इस अनुरोध को लेकर असमंजस की स्थिति में है। माना जा रहा है कि यह पोत राष्ट्रीय जलीय संसाधन अनुसंधान एवं विकास एजेंसी के साथ मिलकर अनुसंधान करेगा। चीन नियमित तौर पर अपने पोत श्रीलंका भेजता रहता है। दो सप्ताह पहले चीनी सेना का युद्धक पोत ‘हाई यांग 24 हाओ' दो दिन की यात्रा पर देश पहुंचा था।
कहा जा रहा है कि भारत की ओर से चिंताएं जताए जाने के कारण 129 मीटर लंबे पोत के आगमन में देरी हुई। पिछले वर्ष अगस्त में चीनी बैलेस्टिक मिसाइल एवं उपग्रह ट्रैकिंग पोत ‘युवान वांग 5' हंबनटोटा बंदरगाह पर पहुंचा था, जिस पर भारत ने गंभीर आपत्ति जताई थी। भारत को आशंका थी कि श्रीलंकाई बंदरगाह जाने के रास्ते में पोत की ट्रैकिंग प्रणाली भारतीय रक्षा प्रतिष्ठानों के बारे में पता लगाने की कोशिश कर सकती है।