सशस्त्र सेना दिवस: जांबाज सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट करने का दिन

punjabkesari.in Thursday, Dec 07, 2017 - 02:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आज का दिन भारतीय सेना के नाम समर्पित है। 7 दिसंबर के दिन देशभर में सशस्त्र सेना झंडा दिवस (आर्म्ड फोर्सेज फ्लैग डे)मनाया जा रहा है। झंडा दिवस यानी देश की सेना के प्रति सम्मान प्रकट करने का दिन। उन जांबाज सैनिकों के प्रति एकजुटता दिखाने का दिन जो देश के लिए शहीद हो गए। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केन्द्रीय सैनिक बोर्ड के अधिकारियों से मुलाकात की। केंद्रीय सैनिक बोर्ड के सचिव एम एच रिजवी ने पीएम को आर्म्ड फोर्सेस फ्लैग बैच पहनाया। 


शहीदों के परिवारों को सम्मान
सशस्‍त्र सेना झंडा दिवस पर लाल, गहरे नीले और हल्के नीले रंग के झंडे देश की तीनों सेवाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। इस दिन लोगों को छोटे-छोटे झंडे दिए जाते हैं और इसके बदले में डोनेशन लिया जाता है। दान की रकम 1 रुपये से लेकर 10 लाख तक भी हो सकती है। यह रकम देश के जवानों के अलावा उनके परिजनों के लिए भी मददगार होती है। यह जमा रकम दिव्यांग हुए सैनिकों, युद्ध में शहीदों की विधवा और उनके परिवार-बच्चों के कल्याण में खर्च की जाती है।

सैनिकों की सेवा को किया जाता है याद 
इस दिन का प्रारंभ 1949 में हुआ था। इसका उद्देश्य सेना के तीनों अंगों में कार्यरत अधिकारियों व सैनिकों को सम्मान प्रदान करना था। 23 अगस्त 1949 को केंद्रीय मंत्रिमंडल की रक्षा समिति ने युद्ध दिग्गजों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए सात दिसंबर को ‘झंडा दिवस’ मनाने का फैसला लिया। समिति ने तय किया कि यह दिन सैनिकों चाहे वो पैदल सेना के जांबाज हो या फिर नेवी व एयरफोर्स के। यह उनके प्रति सम्मान प्रदर्शित करने का दिन होगा। तभी से सात दिसंबर को हम अपने सैनिकों की सेवा को याद करते हुए इस दिन को मनाते हैं।

रक्षा मंत्री ने लोगों से की योगदान देने की अपील
बता दें, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने देशवासियों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो के जरिए ‘आम्र्ड फोर्सेस वीक’ में बैच लगाने और वेलफेयर फंड में योगदान देने की अपील की थी। जिसमें उन्होंने कहा सभी देशवासी 7 दिसंबर, 2017 तक तीनों सेवाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले झंडों को अपनी वेशभूषा पर धारण कर गर्व की भावना प्रदर्शित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हम भारत के नागरिक हैं और गर्व के साथ सभी को फ्लैग पहनना चाहि। साथ ही जितना हो सके फंड में योगदान दें।

 


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