शेख हसीना के बेटे का बयान- देश नहीं छोड़ना चाहती थी मां, अब बांग्लादेश बन जाएगा पाकिस्तान
punjabkesari.in Tuesday, Aug 06, 2024 - 11:36 AM (IST)
नेशनल डेस्क. बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है और देश छोड़कर भारत आ गई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, शेख हसीना अगले कुछ दिनों तक भारत में शरण ले सकती हैं और इसके बाद वह लंदन जा सकती हैं। शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर नहीं जाना चाहती थीं, लेकिन परिवार के दबाव के चलते उन्हें ऐसा करना पड़ा। रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में मौजूद उनके बेटे और पूर्व मुख्य सलाहकार सजीब वाजेद जॉय ने इस बारे में खुलासा किया है।
सजीब वाजेद जॉय ने एक इंटरव्यू में कहा कि बांग्लादेश अब पाकिस्तान जैसा हो सकता है। शेख हसीना बांग्लादेश छोड़ना नहीं चाहती थीं। लेकिन परिवार के दबाव के कारण और उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता की वजह से उन्होंने देश छोड़ा। हमने जोर दिया कि यह उनके लिए सुरक्षित नहीं है। हम उनकी शारीरिक सुरक्षा को लेकर चिंतित थे, इसलिए हमने उन्हें देश छोड़ने को कहा।मैंने आज सुबह शेख हसीना से बात की। बांग्लादेश में अराजकता की स्थिति आप देख सकते हैं। वह ठीक हैं लेकिन बहुत निराश हैं। यह उनके लिए बहुत दुख की बात है क्योंकि बांग्लादेश को एक विकसित राष्ट्र बनाना उनका सपना था। उन्होंने पिछले 15 वर्षों में इस दिशा में बहुत मेहनत की और देश को उग्रवादियों और आतंकवाद से सुरक्षित रखा। बावजूद इसके अब मुखर अल्पसंख्यक, विपक्ष और उग्रवादियों ने सत्ता पर कब्जा कर लिया है।"
जनवरी में लगातार चौथी बार सत्ता में आई शेख हसीना को सात महीने से भी कम समय में अपने देश को छोड़ना पड़ा। उन्होंने एक मिलिट्री हेलीकॉप्टर के जरिए अपनी बहन के साथ भारत में शरण ली। उनके बेटे ने बताया कि इस बारे में कोई चर्चा नहीं की गई कि शेख हसीना आगे कहां जाएंगी। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश में चुनाव होंगे, लेकिन वर्तमान में हमारी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो पाएंगे। हमने पहले ही बता दिया है कि हम क्या कर सकते हैं। हमारे परिवार ने बांग्लादेश में विकास का काम किया है। अगर बांग्लादेश के लोग खड़े होने की इच्छा नहीं दिखाते, तो उन्हें वही नेतृत्व मिलेगा, जिसके वे हकदार हैं।"
सजीब वाजेद ने बातचीत के दौरान कहा कि बांग्लादेश अब पाकिस्तान जैसा हो सकता है, उनका इशारा कट्टरपंथ की ओर था। जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी मां ने देश के लिए अच्छा काम किया, तो उन्होंने जवाब दिया, "बिल्कुल, आवामी लीग अभी भी देश की सबसे लोकप्रिय पार्टी बनी हुई है, जब उनसे पूछा गया कि क्या उनकी मां का बांग्लादेश में लौटने का कोई प्लान है, तो उन्होंने कहा, "बिल्कुल नहीं। वह 77 साल की हैं। यह उनका आखिरी कार्यकाल था और इसके बाद वह रिटायर होने वाली थीं।"