पद्मश्री 126 वर्षीय स्वामी शिवानंद की लंबी उम्र का राज...न तेल न नमक, खाने में खाते हैं बस यह चीज

punjabkesari.in Thursday, Mar 24, 2022 - 10:48 AM (IST)

नेशनल डेस्क: इस साल पद्म पुरस्कार पाने वालों में से कई ऐसे व्यक्ति हैं, जिनके बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं हैं, इनमें 125 वर्षीय योगाचार्य स्वामी शिवानंद भी शामिल हैं। सफेद कुर्ता और धोती पहने, नंगे पैर शिवानंद जब पुरस्कार के लिए गए तो राष्ट्रपति भवन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस दौरान शिवानंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने झुके तो प्रधानमंत्री तुरंत उठे और उनका अभिवादन स्वीकार किया। योग के क्षेत्र पद्मश्री से सम्मानित 126 वर्षीय स्वामी शिवानंद काफी विनम्र स्वभाव के हैं।

 

पद्मश्री स्वामी शिवानंद की लंबी उम्र का राज
तीन शताब्दियां देख चुके स्वामी शिवानंद ने संयमित दिनचर्या और योग की मदद से इस उम्र में भी खुद को स्वस्थ रखा हुआ है। उन्हें न कोई बीमारी है और न ही कोई रोग। स्वामी शिवानंद तेल, नमक और चीनी नहीं खाते। वे नियमित योग जरूर करते हैं। 

 

4 साल तक सिर्फ पी चावल की मांड
स्वामी शिवानंद का जन्म 8 अगस्त 1896 को हरिहर पुर गांव (जो अब बंगलादेश में है) में हुआ था। निर्धन परिवार में जन्म होने के कारण 4 साल की उम्र तक वह केवल चावल का मांड पीकर ही बड़े हुए। 6 साल की आयु में उनके माता-पिता का स्वर्गवास हो गया, जिसके बाद उनके रिश्तेदारों ने उन्हें ओंकारानंद गोस्वामी को सौंप दिया, जिनसे उन्होंने दीक्षा प्राप्त की। इसके बाद वह सद्गुरु के साथ ही नवदीप धाम में रहने लगे।

 

जीते हैं अनुशासित जीवन
स्वामी शिवानंद ने बताया कि मैं सादगी भरी और अनुशासित जिंदगी जीता हूं। बेहद सादा भोजन करता हूं, जिसमें सिर्फ उबला खाना शामिल होता है। इसमें किसी भी तरह का तेल या मसाला शामिल नहीं होता।

 

चटाई पर सोते हैं
स्वामी शिवानंद को खाने में आम तौर पर दाल-चावल और हरी मिर्च पसंद है। उन्होंने कहा कि वह रोजाना एक चटाई पर सोते हैं। दूध और फलों का सेवन नहीं करते। उन्होंने कहा कि मैं पुराने ढंग से जीवन गुजारने में यकीन रखता हूं। 

 

रोजाना एक घंटा करते हैं योग
स्वामी के अनुयायी डा. एस.सी. गराई ने बताया कि स्वामी शिवानंद की लाइफ स्टाइल, खान-पान सब अलग है। बाबा सुबह एक घंटा टहलते हैं व एक घंटा रोजाना योग करते हैं। सर्वांगासन, पवनमुक्त आसन, अर्धचंद्रासन के अलावा कई मुद्राओं को भी करते हैं। गहरी सांस लेने का अभ्यास, फ्री हैंड एक्सरसाइज करते हैं। दिन में सोते नहीं। पूरा दिन एक्टिव रहते हैं। मंत्रजाप करते हैं। गीतापाठ करते हैं। चंडीपाठ करते हैं। ‘नो डिजायर, नो मनी, नो डोनेशन’ का स्वामी शिवानंद का सभी को मैसेज है।


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Content Writer

Seema Sharma

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