Shubhanshu Shukla: अंतरिक्ष मिशन से भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला को कितनी मिलेगी सैलरी? जानें जवाब

punjabkesari.in Wednesday, Jun 25, 2025 - 04:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  भारत के अंतरिक्ष मिशन एक्सिओम-4 पर गए इंडियन एयर फोर्स के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के वेतन को लेकर कई सवाल उठे हैं। क्या इतने बड़े और खतरनाक मिशन पर जाकर उन्हें भारी वेतन मिलेगा? या फिर वे इस मिशन पर मुफ्त में जा रहे हैं?

बता दें कि इंडियन एयर फोर्स के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भर गए। यह मिशन फ्लोरिडा के नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट द्वारा सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया। 41 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद शुभांशु वे दूसरे भारतीय हैं जो अंतरिक्ष में पहुंचकर देश का नाम गौरवान्वित कर रहे हैं।

शुभांशु शुक्ला इस मिशन के माध्यम से भारत की अंतरिक्ष यात्रा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाले प्रमुख व्यक्तियों में से एक हैं। हालांकि, इस मिशन में 14 दिनों तक अंतरिक्ष में रहने के बावजूद उन्हें किसी प्रकार का वेतन या पारिश्रमिक नहीं मिलेगा। इसका कारण यह है कि यह मिशन भारत और नासा का संयुक्त अभियान है, जिसमें भारत मिशन की संपूर्ण फंडिंग कर रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस अभियान पर लगभग 548 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, जिसमें ट्रेनिंग, यात्रा, लॉजिस्टिक्स और शोध कार्य शामिल हैं।

यह मिशन न केवल शुभांशु के लिए बल्कि भारत के पूरे अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए मील का पत्थर साबित होगा, खासकर 2027 में होने वाले गगनयान मिशन के संदर्भ में। शुभांशु शुक्ला के इस प्रयास से भारत को उन्नत अंतरिक्ष प्रशिक्षण, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में व्यापक लाभ मिलने की उम्मीद है। 1984 में राकेश शर्मा के बाद वे दूसरे भारतीय हैं जो इस प्रकार के मिशन पर अंतरिक्ष यात्रा कर रहे हैं।

इस मिशन के दौरान शुभांशु शुक्ला माइक्रोग्रैविटी में जैविक प्रक्रियाओं का अध्ययन करेंगे और अंतरिक्ष में फसलों की खेती से जुड़े कई वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे, जो भविष्य में भारत के अंतरिक्ष कृषि अनुसंधान के लिए नई दिशा निर्धारित करेंगे।

एक्सिओम-4 मिशन भारत के अंतरिक्ष अभियान में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, जो देश की वैज्ञानिक क्षमता और वैश्विक स्तर पर अंतरिक्ष सहयोग को मजबूत करेगा। शुभांशु शुक्ला की इस उड़ान से भारत की अंतरिक्ष यात्रा को एक नई पहचान मिलेगी और भविष्य के लिए आशाओं की नई किरण जगेगी।

 

 

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Content Writer

Anu Malhotra

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