2025 की पहली छमाही में भारतीय व्हाइट कॉलर जॉब बाजार में भर्ती में तेजी की उम्मीद

punjabkesari.in Friday, Feb 28, 2025 - 05:24 PM (IST)

नेशनल डेस्क: एक  रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय white collar बाजार में 2025 की पहली छमाही में तेजी आने की उम्मीद है। Naukri.com के सर्वे में 96% नियोक्ता भर्ती गतिविधियों में वृद्धि का अनुमान व्यक्त कर रहे हैं, जो कि पिछले साल के 92% से अधिक है। यह रिपोर्ट बताती है कि नियोक्ता आगामी वर्ष में नियुक्तियों को लेकर आशावादी हैं और अधिक कर्मचारियों की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं।

नियुक्तियों के लिए दोतरफा दृष्टिकोण

रिपोर्ट के अनुसार, 58% नियोक्ता नए पदों के निर्माण और मौजूदा भूमिकाओं को भरने के लिए दोनों दृष्टिकोण अपना रहे हैं, जो पिछले साल के 48% से अधिक है। इसके अलावा, 18% नियोक्ता केवल नए पदों को बनाने की योजना बना रहे हैं और 20% प्रतिस्थापन भर्ती पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इससे यह स्पष्ट होता है कि भर्ती प्रक्रिया में विभिन्न रणनीतियों का पालन किया जा रहा है।

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आईटी क्षेत्र में भर्ती बढ़ेगी

आईटी क्षेत्र में भर्ती का दबदबा बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। 37% नियोक्ता आईटी भूमिकाओं को प्राथमिकता देने की योजना बना रहे हैं, जो पिछले साल के 24% से एक बड़ी छलांग है। हालांकि, 42% नियोक्ताओं को यह चिंता है कि आईटी क्षेत्र में छंटनी ज्यादा हो सकती है, जिससे उस क्षेत्र में कर्मचारियों को बनाए रखने में मुश्किल आ सकती है।

मध्यम स्तर के पेशेवरों की बढ़ती मांग

रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि 3-8 साल के अनुभव वाले पेशेवरों की सबसे अधिक मांग है। इस श्रेणी के पेशेवरों का योगदान 58% भर्ती गतिविधियों में होने का अनुमान है, जो पिछले साल के 53% से अधिक है। इस प्रकार की प्रतिभा की मांग बढ़ने की संभावना है जो दोनों, नए दृष्टिकोण और व्यावहारिक विशेषज्ञता, लाती है।

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वेतन वृद्धि और कैंपस हायरिंग में वृद्धि

नियोक्ता आगामी छमाही में वेतन वृद्धि की योजना बना रहे हैं, जिससे वे बेहतर कर्मचारियों को आकर्षित कर सकें। 34% नियोक्ता यह पुष्टि करते हैं कि कैंपस हायरिंग योजना जारी रहेगी, जो पिछले साल के 30% से अधिक है। इसका मतलब है कि नए स्नातकों के लिए नौकरी पाने के अवसर बेहतर होंगे।

नियोक्ता को चुनौतियाँ

हालांकि नियोक्ता भर्ती के लिए आशावादी हैं, लेकिन 25% नियोक्ता प्रतिभा की कमी से जूझ रहे हैं और 27% को बजट की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, 22% नियोक्ता का कहना है कि विशेष कौशल वाले उम्मीदवारों की तलाश में उन्हें परेशानी हो रही है।

 

 


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News Editor

Radhika

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