Year Ender 2025: साल 2025 में भारतीय राजनीति के 7 बड़े नेताओं ने दुनिया को कहा अलविदा
punjabkesari.in Sunday, Dec 28, 2025 - 05:26 PM (IST)
नेशनल डेस्क : साल 2025 भारतीय राजनीति के लिए शोकपूर्ण साबित हुआ। इस साल कई अनुभवी और दिग्गज राजनेताओं का निधन हुआ, जिन्होंने अपने कार्यकाल में विभिन्न दलों, राज्यों और सामाजिक मुद्दों पर महत्वपूर्ण योगदान दिया। इनके निधन से न केवल उनके दलों को बड़ा नुकसान हुआ, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की विविधता और अनुभव भी प्रभावित हुआ। इनमें कांग्रेस, भाजपा, क्षेत्रीय दल और वामपंथी नेता शामिल हैं, जो आदिवासी अधिकार, महिला सशक्तिकरण, शासन सुधार और सामाजिक न्याय के लिए सक्रिय रहे।

1. शिवराज पाटिल
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल का दिसंबर में 90 वर्ष की आयु में निधन हुआ। पाटिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे और मनमोहन सिंह सरकार में गृह मंत्रालय संभाला। 26/11 हमलों के समय उनका नाम सुर्खियों में रहा। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया।

2. शिबू सोरेन
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का अगस्त में 81 वर्ष की आयु में निधन हुआ। 'दिशोम गुरु' के नाम से मशहूर सोरेन ने आदिवासी अधिकारों और झारखंड राज्य निर्माण में अहम योगदान दिया। उनके बेटे हेमंत सोरेन वर्तमान मुख्यमंत्री हैं।

3. वी.एस. अच्युतानंदन
केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और सीपीएम के वरिष्ठ नेता वी.एस. अच्युतानंदन का जुलाई में 101 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वे भारतीय कम्युनिस्ट आंदोलन के प्रतीक और भ्रष्टाचार विरोधी अभियानों के लिए प्रसिद्ध थे।

4. विजय रूपाणी
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का जून में अहमदाबाद एयर इंडिया विमान हादसे में निधन हुआ। रूपाणी भाजपा के वरिष्ठ नेता थे और 2016-2021 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे।

5. स्वराज कौशल
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पति और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का दिसंबर में 73 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वे वरिष्ठ अधिवक्ता थे और मिजोरम शांति समझौते में योगदान दिया। उनकी बेटी बांसुरी स्वराज नई दिल्ली से सांसद हैं।

6. गिरिजा व्यास
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास का मई में 79 वर्ष की आयु में निधन हुआ। वे महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष के रूप में जानी जाती थीं। उनका निधन घर में आरती के दौरान लगी आग से हुआ।

7. बिस्व बंधु सेन
त्रिपुरा विधानसभा के अध्यक्ष बिस्व बंधु सेन का ब्रेन हैमरेज से निधन हुआ। उत्तराखंड के पूर्व विधायक राजेश जुवान्था, महाराष्ट्र के सुरुपसिंह हिरया नाईक, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के दीनानाथ भगत और सीपीआई के सुरवरम सुधाकर रेड्डी का भी इस साल निधन हुआ।
