Heart Alert: भारत में क्यों अचानक बढ़ रहे हैं हृदय रोग के मामले? वजह जानकर हैरान हो जाएंगे आप

punjabkesari.in Monday, Jul 21, 2025 - 04:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पिछले कुछ सालों में भारत में दिल की बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ा है। खासतौर पर पिछले पांच वर्षों में दिल की दवाओं की बिक्री में 50 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। यह संख्या सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि देश में हृदय रोगों के बढ़ते खतरे का साफ संकेत है। फार्मास्युटिकल रिसर्च की रिपोर्ट बताती है कि 2021 में कार्डियक दवाओं की बिक्री 1,761 करोड़ रुपए थी, जो 2025 तक बढ़कर ₹2,645 करोड़ तक पहुंच जाएगी। यह सालाना लगभग 10.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्शाता है। दिल की दवाएं अब गैस्ट्रिक, इन्फेक्शन या डायबिटीज़ की दवाओं से भी ज्यादा बिक रही हैं।

दिल की बीमारियों के बढ़ने के मुख्य कारण

  • बढ़ती उम्र: भारत की आबादी में बुजुर्गों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। उम्र बढ़ने के साथ दिल कमजोर पड़ने लगता है और बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।

  • हाई ब्लड प्रेशर की नई परिभाषा: अब 120 से ऊपर ब्लड प्रेशर को भी खतरा माना जाता है, जिससे ज्यादा लोग इस बीमारी के दायरे में आ रहे हैं।

  • लाइफस्टाइल: अनियमित खानपान, तनाव, धूम्रपान, शराब का सेवन और मोटापा दिल की बीमारियों को बढ़ावा देते हैं।

  • डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर: ये दोनों बीमारी दिल पर सीधा असर डालती हैं और हृदय रोगों का जोखिम बढ़ाती हैं।

दिल से जुड़ी प्रमुख बीमारियां

  • कोरोनरी आर्टरी डिजीज़ (Coronary Artery Disease): जब दिल की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल जमा होने लगता है, तो रक्त का प्रवाह बाधित होता है।

  • हार्ट अटैक: यह तब होता है जब दिल की मांसपेशियों तक रक्त प्रवाह अचानक रुक जाता है।

  • स्ट्रोक: मस्तिष्क तक रक्त की आपूर्ति बंद हो जाने से स्ट्रोक होता है।

  • कार्डियक अरेस्ट: यह दिल की धड़कन का अचानक रुक जाना है, जिससे हर साल लगभग 7 लाख मौतें होती हैं।

क्या कहती हैं डॉक्टरों की राय?

डॉक्टरों के अनुसार, कई बार कार्डियक अरेस्ट का कोई स्पष्ट कारण नहीं मिलता। हालांकि तनाव, गलत जीवनशैली और खानपान इसमें बड़ी भूमिका निभाते हैं। लेकिन अच्छी बात यह है कि अब दिल की बीमारियों के लिए बेहतर डायग्नोसिस और इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हो रही हैं, जिससे मरीज जल्दी इलाज पा रहे हैं।

कैसे बचाव करें हृदय रोग से?

दिल की बीमारियों से बचने के लिए जरूरी है कि हम अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव करें:

  • संतुलित आहार: ज्यादा तला-भुना और फैटी फूड खाने से बचें। हरी सब्जियां, फल, साबुत अनाज और प्रोटीन युक्त भोजन लें।

  • नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम या चलना दिल को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

  • तनाव से बचाव: तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान या अपनी पसंद के अन्य आरामदायक उपाय अपनाएं।

  • धूम्रपान और शराब से बचें: ये दोनों दिल के लिए बेहद नुकसानदेह हैं।

  • नियमित जांच: समय-समय पर ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल की जांच करवाते रहें।

दिल की बीमारियां अब युवाओं में भी बढ़ रही हैं

पहले दिल की बीमारियां केवल बुजुर्गों की समस्या मानी जाती थीं, लेकिन अब यह युवाओं में भी तेजी से बढ़ रही हैं। इसका मुख्य कारण तनावपूर्ण जीवनशैली, फास्ट फूड, मोबाइल और कंप्यूटर पर ज्यादा समय बिताना और शारीरिक गतिविधि की कमी है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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