Heart Attack: हार्ट अटैक को लेकर रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा, ये एक आदत बन सकती है जानलेवा
punjabkesari.in Monday, Jul 07, 2025 - 12:11 PM (IST)

नेशनल डेस्क: आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में हार्ट अटैक एक आम लेकिन जानलेवा खतरा बनता जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि कुछ ऐसी आदतें, जो हमें सामान्य और सुरक्षित लगती हैं, वही हमारे दिल पर भारी पड़ सकती हैं। हाल ही में सामने आई एक रिसर्च ने दिल के दौरे यानी हार्ट अटैक को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि रोजमर्रा की एक आम सी दिखने वाली आदत आपकी हार्ट हेल्थ को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकती है और समय रहते अगर इसे नहीं बदला गया तो यह आदत जानलेवा भी साबित हो सकती है। आइए जानते हैं क्या है वह आदत और कैसे यह आपके दिल के लिए बन सकती है छुपा हुआ खतरा।
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में दिल की सेहत को लेकर हर कोई चिंतित रहता है। महंगे जिम, सख्त डाइट और हार्ड वर्कआउट के बीच अगर आपको कोई यह कहे कि सिर्फ रोज़ 20 से 30 मिनट टहलने से हृदय रोग का खतरा 50% तक घट सकता है तो शायद आप चौंक जाएं। लेकिन यही सच्चाई है और इसे बताया है एक जाने-माने हार्ट स्पेशलिस्ट ने।
डॉक्टर की सलाह – बायोहेकिंग नहीं, बस चलना शुरू करें
2 जुलाई को एक इंस्टाग्राम पोस्ट में एक प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट ने एक बेहद आसान लेकिन असरदार डेली हैबिट शेयर की। उन्होंने बताया कि रोजाना पैदल चलने की आदत ना सिर्फ दिल को सुरक्षित रखती है बल्कि यह आपके जीवन को भी लंबा कर सकती है। उनका कहना है, "लंबी उम्र के लिए आपको बायोहेकिंग या फैंसी जिम की जरूरत नहीं है। रोजाना 20 मिनट की वॉक आपके हार्ट को वर्षों तक स्वस्थ रख सकती है।"
2023 के मेटा-विश्लेषण से क्या पता चला?
एक व्यापक शोध यानी मेटा-एनालिसिस में यह पाया गया कि जो लोग हर दिन 20-30 मिनट टहलते हैं, उनमें हृदय रोगों का जोखिम 49% तक कम हो जाता है। और सिर्फ इतना ही नहीं, अगर आप तेज गति से चलें, तो यह खतरा और भी कम हो सकता है – 64% तक!
पैदल चलना क्यों है दिल के लिए रामबाण?
डॉक्टर के अनुसार वॉकिंग हमारे शरीर और मन पर कई सकारात्मक प्रभाव डालती है। आइए जानते हैं इसके तीन मुख्य फायदे:
1. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है
नियमित चलने से रक्तचाप नियंत्रित रहता है जो हार्ट डिजीज का एक बड़ा कारण है।
2. ब्लड सर्कुलेशन और हार्ट रेट को सुधरता है
पैदल चलने से रक्त का संचार सुचारु रहता है और हृदय गति सामान्य बनी रहती है।
3. तनाव कम करता है और मूड बेहतर बनाता है
वॉकिंग से कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) का स्तर कम होता है जिससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
मानसिक और मस्तिष्कीय फायदे भी कम नहीं
तेज गति से चलने वालों में रिसर्च ने यह भी दिखाया कि:
-
उनमें डिप्रेशन और चिंता के लक्षण कम पाए गए।
-
मस्तिष्कीय स्वास्थ्य (कॉग्निशन) बेहतर था।
-
उन्होंने लंबी उम्र और सकारात्मक सोच के संकेत भी दिखाए।
जबकि धीमी गति से चलने वालों में इन समस्याओं की संभावना ज्यादा देखी गई।
जिम या हाई-इंटेंसिटी वर्कआउट की ज़रूरत नहीं
कार्डियोलॉजिस्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि यह कोई हाई-इंटेंसिटी ट्रेनिंग (HIIT) नहीं है। यह लगातार, नियमित चलने की बात है। सिर्फ चलना, वो भी रोजाना कुछ मिनटों के लिए, आपके दिल और दिमाग को स्वस्थ रख सकता है।
आज से ही शुरुआत करें – कुछ आसान टिप्स
अगर आप भी चाहते हैं कि आपका दिल स्वस्थ रहे तो आज से ही इस आदत की शुरुआत करें। कुछ आसान उपाय:
-
लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का इस्तेमाल करें
-
ऑफिस में बैठे-बैठे हर 1-2 घंटे में टहलें
-
रात को खाने के बाद 10-15 मिनट वॉक जरूर करें
-
सुबह की सैर को दिनचर्या में शामिल करें
-
वीकेंड में लंबी वॉक करें या पार्क जाएं