देश के हर क्षेत्र में स्किल एजुकेशन के लिए तैयार

punjabkesari.in Friday, Jan 06, 2023 - 05:41 PM (IST)


चण्डीगढ 6 जनवरी -  (अर्चना सेठी) श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय पलवल की ख्याति पूर्वाेत्तर राज्यों तक पहुंच गई है। असम विधानसभा के स्पीकर बिस्वजीत दैमारी विश्वविद्यालय का भ्रमण करने और एकीकृत दोहरे शिक्षा मॉडल को समझने दुधौला परिसर पहुंचे। उन्होंने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में स्थापित विश्व स्तरीय लैब देखे और निकट भविष्य में असम के प्रतिनिधिमंडल को श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में भेजने की घोषणा की।


 दैमारी ने कहा कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय स्किल एजुकेशन के क्षेत्र में देश के लिए रॉल मॉडल की भूमिका निभाएगा। इस शानदार उपलब्धि के लिए उन्होने श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के विजन और नेतृत्व की सराहना की और विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा देने की पैरवी भी की।

 दैमारी ने कुलपति राज नेहरू द्वारा दोहरे एकीकृत शिक्षा मॉडल पर किए जा रहे काम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि देश को जिस एजुकेशन मॉडल की जरूरत है, वह श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में क्रियान्वित हो चुका है। अब देश के दूसरे हिस्सों में भी इस दोहरे मॉडल पर काम करने की जरूरत है। यह भारत का पहला कौशल विश्वविद्यालय है और जिस तरह से इसकी प्रगति है, वह पूरे देश के कौशल विकास का पथ प्रदर्शक होगा।


उन्होंने कहा कि देश का स्किल इको सिस्टम नई शिक्षा नीति के अनुरूप विकसित करने में विश्वविद्यालय अग्रणी है, जो विदेशों की तर्ज पर एक विज़न पर कार्य करता दिखाई दे रहा है। रोजगारपरक शिक्षा की सुनिश्चतता इसके उद्योग आधारित पाठ्यक्रम में निहित लग रही है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति राज नेहरू ने कहा कि देश में जहां भी स्किल एजुकेशन और एकीकृत दोहरी शिक्षा मॉडल की स्थापना की आवश्यकता होगी

 

विश्वविद्यालय उसमें अपनी भूमिका निभाने के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने कहा कि असम विधानसभा के अध्यक्ष  बिस्वजीत दैमारी का श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय में भ्रमण असम में स्किल एजुकेशन और एकीकृत दोहरे शिक्षा मॉडल का अध्याय शुरू करने की दिशा में अत्यंत कारगर साबित होगा।

 


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News Editor

Archna Sethi

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