RBI का गेम चेंजर फैसला: शुक्रवार को शेयर बाजार में होगा हंगामा!
punjabkesari.in Thursday, Dec 05, 2024 - 07:11 PM (IST)
नेशनल डेस्क: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की शुक्रवार को होने वाली पॉलिसी समीक्षा से बाजार में हलचल बढ़ गई है। ज्यादातर विशेषज्ञों का मानना है कि इस समीक्षा में रेपो रेट में किसी बदलाव की संभावना नहीं है। हालांकि, जीडीपी के कमजोर आंकड़ों और आर्थिक स्थिति में सुधार की जरूरत को देखते हुए बाजार के कुछ हिस्से यह उम्मीद कर रहे हैं कि RBI अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए कोई बड़ा कदम उठा सकता है। इनमें कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) में कटौती से लेकर रेपो रेट में कमी जैसे विकल्प शामिल हैं।
बाजार की प्रतिक्रिया और संभावनाएं
गुरुवार के दिन शेयर बाजार एक फीसदी की मजबूती के साथ बंद हुआ। यह उछाल शुक्रवार की पॉलिसी समीक्षा से जुड़ी उम्मीदों को दर्शाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर RBI उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता तो मुनाफावसूली का दौर शुरू हो सकता है।
क्या होगा अगर RBI नहीं करेगा कोई बदलाव?
Religare Broking के वरिष्ठ उपाध्यक्ष के मुताबिक, बाजार लिक्विडिटी बढ़ाने वाले कदमों की उम्मीद कर रहा है। अगर RBI इन कदमों की घोषणा नहीं करता, तो इसका नकारात्मक प्रभाव खासकर बैंकिंग सेक्टर पर पड़ सकता है। वहीं, एक फंड मैनेजर ने कहा कि वर्तमान में बाजार संभावनाओं के आधार पर प्रतिक्रिया दे रहा है। अगर ये अनुमान गलत साबित होते हैं, तो मुनाफावसूली का दबाव बढ़ सकता है। आनंद राठी के विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार इस बात पर भी नजर रखेगा कि गवर्नर आगे के लिए क्या संकेत देते हैं।
विशेषज्ञों की राय और अनुमान
ब्लूमबर्ग और मनीकंट्रोल के सर्वे के अनुसार, अधिकांश अर्थशास्त्रियों का मानना है कि RBI इस बार रेपो रेट को 6.5% पर स्थिर रखेगा। हालांकि, बाजार में अटकलें हैं कि RBI सीआरआर में कटौती कर सकता है। नोमुरा की रिपोर्ट के अनुसार, RBI रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट और सीआरआर में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती कर सकता है।
RBI की पॉलिसी समीक्षा बाजार के लिए निर्णायक साबित हो सकती है। अगर उम्मीदों के अनुरूप कदम उठाए जाते हैं, तो बाजार में तेजी जारी रह सकती है। अन्यथा, मुनाफावसूली के कारण गिरावट देखने को मिल सकती है।