रमजान के बाद भी जम्मू कश्मीर में जारी रहेगा सीजफ़ायर का आदेश

punjabkesari.in Friday, May 25, 2018 - 12:16 PM (IST)

श्रीनगर : रमजान खत्म होने के बाद भी जम्मू-कश्मीर में संघर्षविराम जारी रह सकता है। जम्मू- कश्मीर पुलिस अधिकारियों और सरकार का कहना है कि संघर्षविराम के कारण कश्मीर घाटी में शांति है। सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार इसे रमजान के बाद भी जारी करने के बारे में सोच रही है। जम्मू-कश्मीर के डी.जी.पी. एस.पी. वैद के अनुसार संघर्षविराम जारी होने के बाद 17 से 20 मई के बीच पत्थरबाजी की मात्र 6 घटनाएं हुई हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री के इस पहल ने कानून-व्यवस्था को बनाए रखने में मदद किया है। विशेष रूप से दक्षिण कश्मीर में स्थिति सुधरी है। जो परिवार अपने बच्चों को घर वापस लाना चाहते हैं, उनके भीतर भी यह आत्मविश्वास बढ़ाने का कार्य कर रहा है। 

पीडीपी ने किया स्वागत
संघर्षविराम को आगे और बढ़ाने को लेकर उठाए गए कदम का स्वागत करते हुए पी.डी.पी. नेता वहीद पारा ने कहा कि संघर्षविराम के कारण एक शांतिपूर्ण माहौल बना हुआ है। सभी जगहों पर शांति है। यदि केंद्र इसे बढ़ाता है तो यह स्वागत के योग्य है।

गृह मंत्रालय ने दिया था आदेश
गौरतलब है कि रमजान के महीने में शांति कायम रखने के लिए 16 मई को गृह मंत्रालय ट्वीट कर सैन्य ऑपरेशन्स पर रोक लगा दी थी। गृहमंत्रालय की ओर से कहा गया था कि रमजान के महीने में सैन्य बल अपने तरफ से कोई कार्रवाई नहीं करेंग। लेकिन अगर कोई हमला होता है तो सुरक्षा बल अपनी या बेगुनाह नागरिकों की जान बचाने के लिए जवाबी कार्रवाई कर सकते हैं। हालांकि भले ही भारतीय सेना रमजान के पाक महीने में फायरिंग ना कर रही हो लेकिन पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और लगातार संघर्षविराम का उल्लंघन कर रहा है।

 पथराव की घटनाओं में आई कमी
कश्मीर में एक सप्ताह पहले सुरक्षा बलों के अभियानों पर रोक लगाये जाने संबंधी केन्द्र की घोषणा के बाद से इस राज्य में पथराव की घटनाओं में कमी आई है।  सुरक्षा बलों द्वारा किये गये एक आकलन का हवाला देते हुए एक अधिकारी ने आज यह जानकारी दी। उपलब्ध आकड़े के अनुसार 16-23 मई के बीच कश्मीर घाटी में पथराव की केवल 16  घटनाएं हुई जबकि 08-15  मई की अवधि में इस तरह के 38  मामले सामने आये थे।  16  मई से 23  मई तक पथराव की जो घटनाएं सामने आई उनमें श्रीनगर (7),  अनंतनाग (3) बडग़ाम (2) शोपियां (2) बांडीपुरा (01) और बारामुला (1) शामिल हैं। आठ मई से 15  मई तक पथराव के 38 मामले सामने आये जिनमें से श्रीनगर में (13), शोपियां (8), पुलवामा (6), कुपवाड़ा (4), अनंतनाग (2), बांडीपुरा (2),  बडग़ाम (2), और गंदरबल (1) शामिल हैं। 


 


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Monika Jamwal

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