मोबाइल का लालच देकर कर डाली बैचलर की नसबंदी, मचा हडकंप

punjabkesari.in Friday, Apr 13, 2018 - 06:01 PM (IST)

जयपुर: राजस्थान के बारां जिले के अंता में स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित नसबंदी शिविर में अविवाहित युवक की नसबंदी करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। अविवाहित युवक की नसबंदी करने का मामला सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया है। जिले के उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीता राम वर्मा ने कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। वर्मा ने बताया कि उन्हें हाल में इस सबंध में जानकारी मिली है जिसकी जांच की जा रही है तथा प्रांरभिक जांच में यह पाया गया है कि अशफाक स्वयं अंता आया था और उसने नसबंदी के लिये भरवाये जाने वाले सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए थे। उन्होंने कहा कि अशफाक पहली बार अकेला आया था तब चिकित्साकर्मियों ने उसे किसी को साथ लाने का कहकर भेज दिया था। उसके बाद वह दूसरी बार आया तब भी उसने अविवाहित होने की जानकारी नहीं दी। 


नसबंदी करने के बाद दिए गए तीन हजार रूपए
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से गत इकत्तीस मार्च तक नसबंदी कराने वाले को छह हजार रूपए, मोबाईल एवं कंबल देने की योजना लागू थी लेकिन चूंकि अशफाक की नसबंदी छह अप्रैल को हुई इस कारण नियमानुसार उसे तीन हजार रूपए का चैक दिया गया।  उन्होंने बताया कि अशफाक को प्रोत्साहित करने वाली नर्स राजेश नंदिनी थी जिसने उसकी नसबंदी कराई थी उससे इस सबंध में पूछताछ की जा रही है।   पीड़ित अशफाक मोहंमद ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से उसे छह हजार रूपए और मोबाइल देने के नाम पर गत छह अप्रैल को अंता में आयोजित शिविर में उसकी नसबंदी कर दी गई। उसने बताया कि चिकित्सा विभाग की एक नर्स और अन्य कर्मचारी उसे छह हजार की नगदी और एक मोबाइल देने के बहाने अंता ले गए जहां पर उसकी नसबंदी कर दी। उसने बताया कि नर्स एवं कर्मचारी को अविवाहित होने के बारे में बताया भी था, लेकिन चिकित्साकर्मियों ने अनसुना कर दिया। उसने बताया कि चिकित्साकर्मियों ने नसबंदी करने के बाद उसे तीन हजार रूपए का चैक दिया लेकिन उसका बैंक में खाता ही नहीं है। इसके बाद उसने अपने परिजनों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी।  


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