गैस, पेट्रोल-डीजल से मोदी सरकार ने कमाए 23 लाख करोड़, कहां गया पैसा? राहुल गांधी ने मांगा हिसाब

punjabkesari.in Wednesday, Sep 01, 2021 - 05:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर लगातार महंगाई बढ़ने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने गैस, पेट्रोल और डीजल के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी को लेकर केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए बुधवार को कहा कि पिछले सात साल में सरकार ने 23 लाख करोड़ रुपए की कमाए हैं लेकिन यह पैसा कहां गया इसका कहीं कोई हिसाब नहीं है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने श्री गांधी ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि रसोई गैस, पेट्रोल, डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं और लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन तीनों पेट्रोलियम पदार्थों के दाम कम हो रहे है।

उन्होंने कहा कि 2014 में गैस सिलेंडर 410 रुपये में आता था जो अब 116 फीसदी बढ़कर 885 का हो गया है। इसी तरह से 2014 में पेट्रोल 71 प्रति लीटर था जो आज 41 प्रतिशत बढ़कर 101 रुपये हो गया। डीजल 2014 में 57 रुपये प्रति लीटर था जो आज 55 फीसदी बढ़कर 88 पर प्रति लीटर हो गया है। श्री गांधी ने कहा कि आसमान छू रही महंगाई को लेकर के लोगों में जबरदस्त गुस्सा है और उनके इस गुस्से को कोरोना के बहाने दबाने का काम किया जा रहा है। उनका कहना था कि वह भी नहीं चाहते है कि लाखों लोग कोरोना संकट के इस दौर में सड़कों पर आकर जुलूस निकालें और सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करें।

उन्होंने कहा कि सिफर् लोगों के गुस्से को ही नहीं दबाया जा रहा, बल्कि मीडिया की आवाज को भी दबाया जा रहा है, संस्थानों की आजादी को कुचला जा रहा है और यहां तक कि विपक्ष को भी संसद में नहीं बोलने दिया जाता है। श्री गांधी ने सरकार को चेतावनी दी कि उसे समझ लेना चाहिए कि इस गुस्से को ज्यादा देर तक दबाकर नहीं रखा जा सकता है। सरकार के खिलाफ जनता का यह गुस्सा जरूर फूटेगा लेकिन कब गुस्सा निकलेगा अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।

जनता को दिया जाए हिसाब-किताब
कांग्रेस नेता ने कहा कि जनता सरकार से पूछती है कि जो पैंसा उसने पेट्रोलियम पदार्थों पर कर लगाकर कमाया है वह उनकी जेब का पैसा है और यह पैसा कहां गया है इसका हिसाब-किताब जनता को दिया जाना चाहिए। उनका कहना था कि 2014 में जब कांग्रेस की सरकार थी तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 105 रुपये प्रति बैरल था जो आज 32 डॉलर कम होकर 71 डॉलर प्रति बैरल की दर से बिक रहा है। इसी तरह से एलपीजी गैस के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में 26 प्रतिशत गिरे है। उनका कहना था कि इसका फायदा जनता को मिलना चाहिए लेकिन यह सरकार जनता पर उल्टा बोझ डाल रही है। 


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Content Editor

rajesh kumar

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