कुरैशी ने तुर्की के सामने रोया कश्मीर का रोना, PM मोदी को किया धन्यवाद

punjabkesari.in Monday, Apr 26, 2021 - 04:45 PM (IST)

इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने भारत को कोरोना संकट में मदद देने की पेशकश के बीच  एक बार फिर कश्मीर का राग अलापना शुरू कर दिया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि पाकिस्तान भारत से बातचीत करने और सामान्य संबंध बनाने के लिए तैयार है लेकिन शर्त ये है कि भारत को कश्मीर में अनुच्छेद 370 बहाल करना होगा।  कुरैशी ने रविवार को  तुर्की के सामने रोना रोते हुए कहा है कि भारत से बातचीत करने में पाकिस्तान खुश होगा लेकिन उसके लिए भारत को कश्मीर में अनुच्छेद 370 फिर से बहाल करनी होगी। तुर्की के अखबार अनाडोलू से बात करते हुए  कुरैशी ने कहा कि 'अगर भारत 5 अगस्त 2019 को कश्मीर पर लिए गए फैसले को वापस ले लेता है, तो पाकिस्तान को भारत के साथ बैठकर बातचीत करने और आपसी समस्याओं को सुलझाने में काफी खुशी महसूस होगी'।

 

पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी इस वक्त तुर्की के दो दिवसीय दौरे पर हैं जहां वो लगातार  भारत के  खिलाफ कश्मीर का राग अलाप रहे हैं। तुर्की दौरे पर ग कुरैशी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच कई विवाद हैं। कश्मीर मसले के अलावा सियाचीन ग्लेशियर विवाद, सिर क्रीक, सिंधु जल विवाद के अलावा कई और छोटी छोटी समस्याएं हैं और इन सभी विवादों को सुलझाने का बस एक ही तरीका है दोनों देशों के बीच बातचीत। कुरैशी ने तुर्की के न्यूजपेपर को दिए इंटरव्यू में कहा कि 'हम लड़ाई को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं और ये दोनों देशों के लिए आत्महत्या करने जैसा कदम होगा और कोई भी संवेदनशील आदमी लड़ाई की वकालत नहीं कर सकता है, लिहाजा हमें बैठकर बातचीत के जरिए मुद्दों को सुलझाने की जरूरत है'।

 

पाकिस्तान के विदेश मंत् ने कहा कि 'हालिया समय में दोनों देशों के बीच फिर से सीजफायर को लेकर समझौता हुआ है, जो दोनों देशों के बीच खराब रिश्ते को अच्छा करने के लिए उठाया गया बढ़िया कदम है'। इस दौरान कुरैशी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र भी किया है।  उन्होंने कहा कि 'पिछले दिनों भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान दिवस के मौके पर पाकिस्तानी और पाकिस्तानी अवाम को बधाई दी, इसके साथ ही भारतीय प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री इमरान खान के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की है, जिसका पाकिस्तान स्वागत और धन्यवाद करता है'।

 

उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने पहले सीजफायर को फिर से काम किया और फिर दोनों देशों के बीच सिंधु जल विवाद को लेकर भी अधिकारी स्तर की बातचीत की गई है, जो एक पॉजिटिव संकेत है। हालांकि, अंत में फिर से पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने कहा कि जब तक भारत कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा वापस नहीं करता है, तब तक पाकिस्तान भारत से बातचीत नहीं करेगा। बता दें कि 5 अगस्त 2019 को भारतीय संसद ने जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया था और घाटी से अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया था। 5 अगस्त 2019 को ही भारतीय संसद के दोनों सदनों ने कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया था।

 

 


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Content Writer

Tanuja

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